चमोली: घाट विकास खंड के घूनी गांव में पोकलैंड मशीन से किए जा रहे खनन का स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने विरोध किया है. उनका कहना है कि अवैध कनन कारोबारी कृषि भूमि को खुर्द-बुर्द करने का काम कर रहे हैं. जिस पर घूनी गांव में ग्रामीणों ने खड़िया खनन को लेकर जनसुनवाई के दौरान अपर जिलाधिकारी चमोली को गांव में मशीन द्वारा खनन करने पर रोक लगाने की मांग की और गांव में पहुंची मशीन को सीज करने को लेकर ज्ञापन दिया है.
बता दें कि घूनी गांव में बड़ी मात्रा में खड़िया पत्थर मौजूद है. हर साल यहां खड़िया का करोड़ों रुपये का कारोबार होता है, लेकिन कारोबारियों द्वारा नियम कानून को ताक पर रखकर अवैध तरीके से खड़िया खनन कार्य किया जा रहा है. ग्रामीणों की शिकायत पर गुरुवार को अपर जिलाधिकारी मोहन सिंह बर्निया की अध्यक्षता में घूनी गांव में खड़िया खनन को लेकर जन सुनवाई कार्यक्रम आयोजित हुआ. इस दौरान ग्रामीणों ने अवैध तरीके से हो रहे खड़िया खनन को तत्काल बंद करवाने की मांग की.
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इस पर क्षेत्र पंचायत सदस्य हरीश रावत ने कहा कि पिछले चार साल से गांव में खनन कारोबारियों के द्वारा पोकलैंड मशीन से खड़िया खनन कार्य किया जा रहा है. घूनी गांव पहुंचे अपर जिलाधिकारी मोहन सिंह बर्निया ने जनसुनवाई के दौरान कहा कि किसी भी तरह की मशीन से खड़िया पत्थर का खनन करना अवैध है. उन्होंने मौके पर पहुंचे तहसील और राजस्व विभाग के अधिकारियों को तत्काल मामले की जांच के आदेश दिए हैं.