चमोली: कोरोना संक्रमण के चलते अनलॉक 3 के बाद अब चमोली जनपद में स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी आज से पर्यटकों के लिए खोल दी गई है. नंदादेवी नेशनल पार्क प्रबन्धन की ओर से इसकी जानकारी दी गई. हालांकि फूलों की घाटी को वन विभाग ने 1 जून को ही खोल दिया था, मगर अब तक यहां पर्यटकों के प्रवेश पर पाबंदी थी. अब फूलों की घाटी का दीदार करने के लिए पर्यटकों को 72 घंटे पहले की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. चेकिंग के लिए गोविंदघाट और घांघरिया में वन विभाग के चेकपोस्टों पर वन विभाग के जवानों की तैनाती की गई है.
बता दें इन दिनों फूलों की घाटी में 400 से अधिक प्रजाति के अलग अलग रंगों के फूल खिले हैं. जिसका दीदार देश के अलग-अलग राज्यों से आने वाले पर्यटक कर सकेंगे. हालांकि, इसके लिए उन्हें वन विभाग को 72 घंटे पहले की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. पार्क प्रशासन और तहसील प्रशासन जोशीमठ ने आज आम पर्यटकों के लिए फूलों की घाटी खोल दी है.
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एसडीएम जोशीमठ अनिल चन्याल ने बताया कि पुलना और भ्यूंडार गांव के ग्रामीणों से बात करने के बाद पार्क प्रशासन और तहसील प्रशासन ने ये निर्णय लिया है. नंदादेवी राष्ट्रीय उद्यान के उप वन संरक्षक नंदा बल्लभ शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के बाद फूलों की घाटी पार्क प्रबन्धन की ओर से खोल दी गई है.
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बता दें फूलों की घाटी गोविंदघाट से 16 किमी की पैदल दूरी पर है. फूलों की घाटी भ्रमण के लिए जुलाई, अगस्त व सितंबर के महीनों सबसे अच्छे माने जाते हैं.
सितंबर में यहां ब्रह्मकमल खिलते हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. अभी यहां एनीमोन और प्रिमुला प्रजाति के पुष्प ही खिले हैं.