चमोली: इस साल बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर वहां पहुंचने वाले यात्रियों को लामबगड़ में स्लाइड जोन का सामना नहीं करना पड़ेगा. जी हां..अब बदरीनाथ धाम की यात्रा में नासूर बने ‘लामबगड़ स्लाइड जोन’ का स्थायी ट्रीटमेंट कर लिया गया है. कई वर्षों से लामबगड़ में दरक रहे 500 मीटर लम्बे स्लाइड जोन का ट्रीटमेंट 107 करोड़ की लागत से किया गया है. अब बदरीनाथ धाम की यात्रा निर्बाध हो सकेगी, जिससे तीर्थयात्रियों को होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी.
पढ़ें- विश्व प्रसिद्ध हरकी पैड़ी पर मिला 'दिव्य' पैर का निशान, लोगों में कौतूहल
सीमांत जनपद चमोली में 26 साल पहले ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर पाण्डुकेश्वर के पास लामबगड़ में पहाड़ के दरकने से स्लाइड जोन बन गया था. वहीं, हल्की सी बारिश में ही पहाड़ से भारी मलबा सड़क पर आ जाने से हर साल बदरीनाथ धाम की यात्रा अक्सर बाधित होती थी. लगभग 500 मीटर लंबा यह जोन यात्रा के लिए नासूर बन गया. लामबगड़ में कई दिनों तक पहाड़ी से मलबा आने के कारण जाम की स्थिति बनी रहती थी. साथ ही यहां अब तक कई बड़ी दुर्घटना भी हो चुकी है.
वहीं, एक बार फिर 2018 में प्रोजेक्ट का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया था और अगले 10 दिन के भीतर इसे जनता के लिए समर्पित कर दिया जाएगा. आने वाले यात्रा सीजन के दौरान बदरीनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों को लामबगड़ में अब दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा.