थरालीः चमोली के देवाल विकासखंड के लोग इन दिनों स्वास्थ्य सेवा के लिए दर-दर भटक रहे हैं. देवाल विकासखंड के बोरागाड़ में हॉस्पिटल है, लेकिन डॉक्टर नहीं है. यहां स्वास्थ्य केंद्र में पिछले 6 महीने से ताला लटक रहा है. जिसके कारण बोरागाड़ समेत 22 गांवों की जनता को मामूली बीमारी के इलाज और दवाई के लिए देवाल और थराली जाना पड़ता है.
दरअसल दिसंबर महीने में स्वास्थ्य केंद्र में तैनात फार्मासिस्ट का कोरोना से निधन हो गया था. इसके बाद से केंद्र में ताला लटका है. ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों द्वारा स्वास्थ्य विभाग को स्वास्थ्य केंद्र में फार्मासिस्ट और चिकित्सक की तैनाती के लिए कई ज्ञापन दिए गए हैं. बावजूद इसके अब तक न तो यहां कोई चिकित्सक और न ही कोई फार्मासिस्ट की स्वास्थ्य केंद्र में तैनाती की गई है.
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हालांकि हाल ही में उत्तराखंड में 345 डॉक्टरों की नियुक्ति के दौरान एक चिकित्सक की तैनाती इस अस्पताल के लिए भी की गई थी. लेकिन चिकित्सक ने अभी तक स्वास्थ्य केंद्र में तैनाती नहीं ली है. ऐसे में इस अस्पताल पर निर्भर 22 गांवों के ग्रामीण इलाज के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं.
वहीं देवाल के ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू ने बताया कि बोरागाड़ में डॉक्टर और फार्मासिस्ट की नियुक्ति के लिए वे कई बार स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिख चुके हैं. बावजूद इसके अस्पताल में ताला ही लटका हुआ है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द से जल्द यहां डॉक्टर और फार्मासिस्ट की तैनाती नहीं की गई, तो ग्रामीणों के साथ मिलकर वे मुख्य चिकित्साधिकारी के कार्यालय के आगे धरना देंगे.