चमोली: उच्च हिमालयी क्षेत्र में मौजूद सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर की बर्फ से ढकी ताजा तस्वीरें सामने आई हैं. रेकी के लिए हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे तक गए हेमकुंड गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के एक दल ने यह तस्वीरें खींची हैं. इन तस्वीरों में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि हेमकुंड साहिब का गुरुद्वारा अभी भी पूरी तरह बर्फ से ढका है. इसके अलावा लोकपाल लक्ष्मण मंदिर और आसपास के इलाके भी बर्फ की चादर तले दिख रहे हैं.
समुद्र तल से 15 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा पूरे विश्व में सिखों का सबसे ऊंचाई पर एक मात्र गुरुद्वारा है. जहां कपाट खुलने पर लाखों की संख्या में सिख श्रद्धालु माथा टेकने पहुंचते हैं. हालांकि, लॉकडाउन के चलते अभी तक भी हेमकुंड साहिब का कपाट खोलने की तिथि घोषित नहीं की जा सकी है. मगर, इस बीच हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे की दिल खुश करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं.
पढ़ें- महाराष्ट्र : नांदेड़ में साधु समेत दो की हत्या, तेलंगाना में गिरफ्तार हुआ आरोप
जिसमें हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा पूरी तरह से 10 से लेकर 12 फीट तक की बर्फ के आगोश में ढका नजर आ रहा है. साथ ही गुरुद्वारे के पास के अमृत सरोवर का पानी भी पूरी तरह से जमा हुआ है.
पढ़ें- काशीपुर: लॉकडाउन के चलते अधर में लटका आरओबी निर्माण कार्य
हेमकुंड गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के कारण अभी तक हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की तिथि घोषित नहीं हो पाई है. गुरुद्वारे की देखरेख करने के लिए शीतकाल के बाद पहली बार खुद उनके नेतृत्व में प्रबंधन कमेटी के कुछ लोग हेमकुंड पहुंचे, जहां अभी भी घांघरिया से आगे 3 किलोमीटर का रास्ता पूरी तरह बर्फ से ढका हुआ है. साथ ही अभी भी अटलाकोटी में 20 से 24 फीट तक बड़े-बड़े ग्लेशियर मौजूद हैं. उन्होंने बताया सरकार के निर्देशों के बाद ही कपाट खोलने को लेकर विचार किया जाएगा.