चमोलीः प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत सरकार का गांव-गांव सड़कों के विस्तार की योजना कागजों में तो परवान पर है लेकिन हकीकत के लिए आपको जमीनी हकीकत देखनी होगी. खुद की पीठ थपथपाते सरकार के नुमाइंदे ये कहने से गुरेज नहीं करते कि विकास की बहार है. लेकिन सच्चाई आपको इराणी जैसे गांवों में दिख जाएगी. यहां इन तस्वीरों से आपको ये पता चल जाएगा कि वाकई विकास की बहार है या कुछ और. मामला चमोली जिले के दूरस्थ गांव इराणी गांव में सड़क न होने के कारण एक बीमार महिला को कंधो पर लादकर अस्पताल पहुंचाया गया.
दरअसल, चमोली जिले में निर्माण एजेंसी की लेटलतीफी ग्रामीणों पर भारी पड़ रही है. कई बार बात जान पर भी आ जाती है. इसका उदाहरण आज देखने को मिला, जब एक बीमार महिला को कुर्सी पर बैठाकर कंधों पर लादते हुए लोगों ने अस्पताल पहुंचाया.
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मिली जानकारी के अनुसार, दशोली ब्लॉक के सुदूरवर्ती गांव इराणी सड़क मार्ग से 8 किमी दूर है. जमुना देवी को अचानक पेट दर्द के कारण अस्पताल ले जाना जरूरी हो गया था. गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर करने के बाद गांव के 20 लोग जमुना देवी को कुर्सी पर बैठाकर लादते हुए पगना नाम की जगह पर ले गए. यहां भी उपचार न मिलने पर जमुना देवी जिला मुख्यालय गोपेश्वर अस्पताल पहुंचाया गया. इस दौरान लोगों को महिला को अस्पताल पहुंचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
बता दें कि पिछले दिनों क्षेत्र में भारी बारिश होने से सड़क मार्ग कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया है. कई पैदल मार्ग भूस्खलन के कारण बाधित हैं. नाले उफान पर हैं. ऐसे में ग्रामीणों को जान पर खेलकर मरीज को अस्पताल पहुंचाना पड़ा. वहीं, जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि जिले में 10 सड़क मार्ग बन्द हैं. जिन्हें जल्द ही खोल दिया जाएगा.