चमोली: जिले में बीते तीन दिनों से हुई बर्फबारी के बाद अब मौसम साफ हो चुका है. हालांकि बर्फबारी की तस्वीरें अभी भी देखी जा सकती हैं. बर्फबारी के बाद शुक्रवार को जब जिले के सभी स्कूलों दो दिन के अवकाश के बाद खुले तो स्कूल के मैदान और छत पर बर्फ की सफेद चादर नजर आई. इसके बाद शिक्षकों और छात्रों ने अभिभावकों की मदद से स्कूल परिसर से बर्फ हटाई. जिले में बर्फबारी से अभी भी चार मोटरमार्ग बंद हैं. जोशीमठ विकासखंड सहित कई गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप पड़ी है.
इन दिनों देवभूमि के पहाड़ों में बर्फबारी का सीजन चल रहा है. चमोली में बीते तीन दिनों से जमकर बर्फबारी हुई है, जिसपर फिलहाल विराम लगा है. ऐसे में दो दिनों से बंद स्कूल जब खुले तो देवभूमि में 'हिमयुग' जैसा नजारा देखने को मिला.
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कई गांवों में 3 से 4 फीट तक बर्फ अभी तक जमी हुई है. शुक्रवार सुबह जब देवाल विकासखंड के दूरस्थ गांव वाण इंटर कॉलेज खुला तो यहां स्कूल बर्फबारी से अटा-पड़ा मिला. स्कूल के मैदान, छत और परिसर में चारों ओर बर्फ की 3 इंच की परत जमी हुई थी. जिसके बाद छात्रों ने छत से बर्फ को हटाया. इस काम में ग्रामीणों और शिक्षकों ने भी मदद की. स्कूल परिसर से बर्फ हटाने के बाद कक्षाएं संचालित की गई. बर्फबारी का यही हाल चमोली जिले के जोशीमठ, घाट और देवाल विकासखंड के कई गांवों में है.
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जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि जिले में भारी बर्फबारी के चलते इस वक्त जोशीमठ-औली, घाट-रामणी और लोहाजंग-वाण सहित कुल पांच मोटरमार्ग बंद हैं. जिन्हें खोलने का कार्य जारी है. इसके अलावा बर्फबारी से क्षतिग्रस्त हुई विद्युत लाइनों को भी ठीक किया जा रहा है. जल्द ही विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी.