थराली: गांव को सड़क से जोड़ने के लिए साल 2000 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरूआत की गई थी. वहीं, इस योजना का अब तक कई गांव लाभ उठा चुके हैं, लेकिन सीमांत जिले चमोली में अधिकारी खुद इस योजना को शर्मसार करने में लगे हुए हैं. विभाग की देखरेख में बनी इन सड़कों की वर्तमान स्थिति ऐसी है कि इन पर वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है.
थराली विकासखण्ड के तलवाड़ी गुडम स्टेट से विजयपुर चेपड़ो को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क कटिंग का कार्य 2016 से शुरू हुआ था. इस मार्ग की कुल लंबाई लगभग 10 किमी के आसपास है. सड़क कटिंग का कार्य 2018 में पूरा भी हो चुका है. साल 2018 से अब तक सड़क के अनुरक्षण का समय भी पूरा हो गया है. सड़क पर सेकेंड फेज का कार्य शुरू करने की कवायद भी शुरू हो गई है. सड़क कटिंग की कुल लागत 6 करोड़ से ऊपर और दो वर्ष अनुरक्षण अनुबंध की लागत 24 लाख के आसपास है. इसके बाद भी सड़क की हालत ऐसी है कि उस पर चलना मुश्किल है.
वहीं, लोगों का आरोप है कि इस सड़क के जरिए सरकारी खजाने को ठिकाने लगाया गया है. सड़क पर दूसरे चरण का कार्य तब शुरू होगा जब विभाग प्रथम चरण का कार्य धरातल पर दिखाई देगा. अगर ऐसा नहीं हुआ तो ग्रामीण प्रदर्शन करेंग.
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ग्रामीणों ने बताया कि जब से सड़क कटिंग का कार्य शुरू हुआ है. तब से एक बार भी ठेकेदार साइट पर नहीं आया. साथ ही सड़क पर न तो प्रथम फेज में बनने वाली सुरक्षा दीवारें बन सकी हैं और न ही सड़क मानकों के अनुसार चौड़ी काटी गई हैं.
आपको बता दें कि पिछले दिनों हुई हल्की बारिश से ही सड़क पर कीचड़ हो गया था, जिसके चलते वाहन तो दूर इस सड़क से ग्रामीणों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. बारिश के दिनों में सड़क पर मलबा आने की वजह से सड़क बंद ही रहती है.