चमोली: दिसंबर माह शुरू होते ही पहाड़ों में ठंड का सितम शुरू हो चुका है. बदरीनाथ धाम में बहने वाली ऋषिगंगा भी कड़ाके की ठंड में जमकर बर्फ बन चुकी हैं. यहां झरने से बहने वाले पानी की बूंदे जम चुकी है. बदरीनाथ धाम में इन दिनों उत्तराखंड पुलिस, बीकेटीसी कर्मचारी और मास्टर प्लान का कार्य करने वाली कार्यदायी संस्थाओं के मजदूर कार्य कर रहे हैं.
सुबह शाम बदरीनाथ में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. हालांकि, दोपहर में धूप खिलने के बाद थोड़ी राहत जरूर है. लेकिन सुबह और शाम धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. यहां तापमान माइनस से भी नीचे पहुंच गया है, जिससे पानी जम चुका है.
ये भी पढ़ें: गंगा घाटों की सफाई के लिए हरिद्वार प्रशासन की पहल, मेरा निज घाट योजना का शुभारंभ
बदरीनाथ धाम की सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों का कहना है कि अगर रात को पानी का नल गलती से बंद कर दे तो सुबह नल के बाहर और अंदर बर्फ जम जाती हैं. जिससे पानी की आपूर्ति नहीं हो पाती है. बदरीनाथ धाम में बहने वाले झरने भी जम रहे हैं.
बदरीनाथ धाम ही नहीं, बल्कि नीति घाटी में भी इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. आने वाले दिनों में पहाड़ों में और भी ठंड बढ़ने की संभावना है. पहाड़ों में लगातार ठंड बढ़ने से सबसे बड़ी दिक्कत पानी जमने की होती है, जिससे लोगों को परेशानियां बढ़ जाती है.