चमोलीः प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल किसी से छुपा नहीं है. वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ (Community Health Center Joshimath) से प्रसव के लिए रेफर की गई गर्भवती महिला ने स्वास्थ्य केंद्र से महज 2 किमी की दूरी पर 108 सेवा में ही नवजात को जन्म (Pregnant woman gave birth to newborn in 108 ambulance) दिया. ऐसे में एक बार फिर 108 सेवा प्रसूता और उसके नवजात के लिए देवदूत साबित हुई है. महिला के परिजनों ने सुरक्षित प्रसव के लिए 108 कर्मियों का आभार व्यक्त किया है.
वहीं, अब सीएचसी जोशीमठ पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. परिजनों का कहना है कि जब 108 जैसी सेवा में सुरक्षित प्रसव हो सकता है, तो अस्पताल में क्यों नहीं. सीएचसी जोशीमठ को प्रसूता को रेफर नहीं करना चाहिए था. बता दें, कि शनिवार की सुबह डाडों गांव में मजदूरी करने वाले नेपाल निवासी दिनेश थापा की पत्नी संध्या को प्रसव पीड़ा शुरू हुई. इस पर प्रसूता को 108 के माध्यम से सीएचसी जोशीमठ में भर्ती कराया गया.
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लेकिन सीएचसी के चिकित्सकों ने प्रसूता की गंभीर स्थिति बताते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया. इस पर 108 की मदद से हायर सेंटर ले जाते हुए सीएचसी से महज 2 किमी की दूरी पर ही मारवाड़ी चौक पर प्रसूता ने सुरक्षित नवजात को जन्म दिया. 108 कर्मी सुमन, असवीर और भुवन ने महिला का प्रसव कराया. इसके बाद प्रसूता और नवजात को सीएचसी जोशीमठ में फिर भर्ती कराया गया.