चमोली: कोरोना संक्रमण के बीच भी चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की यात्रा में इस साल रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु पहुंचे हैं. अभी भी श्रद्धालुओं का रुद्रनाथ आना जारी है. गोपेश्वर नगर क्षेत्र के सगर गांव से 22 किलोमीटर पैदल खड़ी चढ़ाई को पार कर श्रद्धालु रुद्रनाथ पहुंच रहे हैं. यहां पहुंचकर श्रद्धालुओं को भगवान शिव के मुखारविंद के दर्शन होते हैं.
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अगर यात्री भगवान रुद्रनाथ के दर्शन करने के बाद वापस आते समय अपने द्वारा उपयोग की गई प्लास्टिक की खाली बोतलें, खाद्य सामग्री के रैपर वापस चैक पोस्ट पर वन विभाग के कर्मचारियों को सुपुर्द करता है, तो वन विभाग के द्वारा पर्ची दिखाने पर ₹100 उस यात्री को वापस कर दिए जाते हैं.
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जबकि, जो यात्री बुग्याल क्षेत्र में प्लास्टिक, गंदगी कर लौटते हैं तो उनके ₹100 रुपये विभाग द्वारा जब्त कर लिये जाते हैं. वन विभाग की इस मुहिम से बुग्याल क्षेत्र में प्लास्टिके के कचरे में काफी कमी देखी गई है. श्रदालु वन विभाग द्वारा चलाई गई इस पहल की सराहना भी कर रहे हैं.
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वहीं, नंदादेवी के संरक्षक बीपी सिंह ने बताया कि रुद्रनाथ की यात्रा में पिछले वर्षों के मुकाबले इस वर्ष अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं. वन विभाग की ओर से रुद्रनाथ को पॉलिथीन फ्री रखने के लिए केदारनाथ वन प्रभाग के द्वारा एक मुहिम चलाई जा रही है जो काफी सराहनीय है. साथ ही उन्होंने कहा रुद्रनाथ में यात्रियों के रुझान को देखते हुए रास्तों को जल्द ठीक करवाया जाएगा, ताकि ये यात्रा और सुगम हो सके.