चमोली: बीती सात फरवरी को आई आपदा के बाद चीन सीमा को जोड़ने वाले बीआरओ के पुल समेत कई छोटे पुल बह गए थे. जिसकी वहज से कई ग्रामीणों का संपर्क जिला और तहसील मुख्यालय से टूट गया था. तपोवन के ठीक सामने और धौलीगंगा के दूसरी तरफ भंग्यूल गांव को जोड़ने वाला पुल भी आपदा की भेंट चढ़ गया था. जिसकी वजह से यहां प्रशासन की ओर से रसद और मेडिकल टीम नहीं भेजी जा सकी थी. लेकिन अब तपोवन में एनटीपीसी की डैम साइट के पास से लोक निर्माण विभाग द्वारा ट्रॉली लगने के बाद गांव में रसद भेजने का काम भी शुरु हो गया है.
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इसके बाद एनडीआरएफ ने भी ट्राली से धौलीगंगा की दूसरी तरफ पहुंचकर नदी के किनारों पर सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया है. ट्रॉली से आवाजाही शुरू होने के बाद तपोवन में फंसे भंग्यूल गांव के कई ग्रामीणों ने ट्रॉली से आवाजाही की.
बता दें कि 7 फरवरी को तपोवन क्षेत्र में आई आपदा के कारण धौलीगंगा का का जलस्तर अधिक होने से तपोवन और भंग्यूल गांव को जोड़ने वाला पुल बह गया था. पुल बहने के कारण अपनी रोजमर्रा की जरूरतों का सामान लेने के लिए भंग्यूल गांव के ग्रामीण बीते 7 दिनों से तपोवन में ही फंसे हुए थे. रविवार को 8वें दिन ट्रॉली शुरू होने के बाद तपोवन में फंसे लोग अपने घरों को पहुंचे.