चमोलीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्टों में केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण और बदरीनाथ धाम का मास्टर प्लान के तहत सौंदर्यीकरण शामिल हैं. जिसकी वो समय-समय पर खुद मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं. इसी कड़ी में आज प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल बदरीनाथ धाम पहुंचे. जहां उन्होंने मास्टर प्लान के अंतर्गत किए जा रहे विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया.
पीएमओ उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने बदरीनाथ मंदिर परिसर, माणा बाईपास, बद्रीश व शेष नेत्र झील, अलकनंदा नदी तटों, साकेत तिराहा, अस्पताल, बस स्टेशन समेत आसपास के स्थलों का भी जायजा भी लिया. उन्होंने प्रस्तावित निर्माण कार्यों को लेकर जिलाधिकारी व संबंधित अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की. साथ ही समय बद्धता के साथ कार्य पूरा करने और मैन पावर व मशीनें बढ़ाने के निर्देश दिए.
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जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि पूरे प्रोजेक्ट के काम तीन चरणों में पूरे होने हैं. जिसमें पहले फेज के तहत लेक फ्रंट डेवलेपमेंट, रीवर फ्रंट डेवलमेंट, एराइवल प्लाजा, सिविक एमिनिटी सेंटर, लूप रोड, अस्पताल का विस्तारीकरण और बीआरओ रोड का काम प्रगति पर है. जबकि, दूसरे चरण में बदरीनाथ मुख्य मंदिर के आसपास साइट डेवलपमेंट और तीसरे चरण में झील से मंदिर तक आस्था पथ एवं अन्य कार्य किए जाने हैं.
वहीं, बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत कार्य कर रही गाबर कंपनी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पीएल स्वामी ने बताया कि शेष नेत्र और बद्रीश झील को एक बड़ी झील के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके पास ही एक गार्डन भी बनाया जाएगा. जो लगभग अक्टूबर-नवंबर महीने तक तैयार हो जाएगा.
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