थराली: पिंडरघाटी के 15 गांवों में विकास के लिए पिडंरघाटी संघर्ष समिति की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया है. समिति की खेता गांव में हुई बैठक में पिंडरघाटी की समस्याओं के निस्तारण के लिए प्रस्ताव मांगकर एक मांग पत्र भी तैयार किया गया है. समिति 3 साल तक सरकार से हर संभव प्रयास कर इन मांगों को मनवाने के लिए कार्य करेगी.
बता दें, देवाल विकासखंड का यह क्षेत्र आज भी विकास से कोसों दूर है. यहां आज भी कई गांव ऐसे भी हैं जहां पहुंचने के लिए 13-14 किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है. इसके अलावा संचार की व्यवस्था से मरहूम इन गांवों में स्वास्थ्य और शिक्षा की भी लचर व्यवस्था है. पिंडरघाटी संघर्ष समिति ने पिंडरघाटी के इन दूरस्थ गांवों के विकास के लिए प्रस्ताव मांगे हैं, ताकि मांगपत्र का मसौदा तैयार किया जा सके.
पिंडरघाटी समिति का मांग पत्र
- खेता-मानमती में हाईस्कूल का उच्चीकरण.
- खेता आयुर्वेदिक अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति.
- आपदा की मार झेल रहे झालिया गांव का पूर्ण विस्थापन.
- ओडर में पुल निर्माण.
- ओडर -बोरागाड़ से कुमाऊं को जोड़ने वाली नई सड़क.
- क्षेत्र में एएनएम सेंटर की मांग.
- क्षेत्र में मोबाइल टावरों को लगाने की मांग.
वहीं, इस बैठक में पहुंचे ब्लॉक प्रमुख देवाल दर्शन दानू ने भी पिंडरघाटी संघर्ष समिति की इन मांगों का पुरजोर समर्थन किया. उन्होंने कहा कि समिति की मांग न्यायोचित है. इन मांगों के लिए वे स्वयं शासन स्तर पर बात करेंगे. सरकार भले ही किसी भी पार्टी की हो, जरूरत पड़ी तो सरकार के खिलाफ भी हल्लाबोल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकास के लिए वे सरकार से बात करेंगे, क्योंकि ये गांव अभी भी विकास से कोसों दूर हैं.