चमोली: अनलॉक 1.0 के बाद उत्तराखंड में 8 जून से चारधाम यात्रा का आगाज हो रहा है लेकिन तीर्थ पुरोहित यात्रा फिलहाल शुरू कराने के पक्ष में नजर नहीं आ रहे हैं. बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी और अन्य धर्माचार्य व हक-हकूकधारियों भी कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न हुई वर्तमान स्थिति में अभी चारधाम यात्रा के पक्षधर नहीं हैं. वहीं, बदरीनाथ विधायक महेंद्र प्रसाद भट्ट ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को यात्रा चरणबद्ध तरीके से करवाने का सुझाव दिया है.
बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी और स्थानीय तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण अपने चरम पर है, जिसे देखते हुए अभी का समय इस तीर्थयात्रा के लिए बिल्कुल सही नहीं है. तीर्थ पुरोहितों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और चमोली डीएम स्वाति भदौरिया से बदरीनाथ यात्रा 30 जून के बाद शुरू कराने की अपील की है.
इन दिनों बदरीनाथ धाम के साथ ही केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री में विधि-विधान से नियमित पूजाओं का दौर चल रहा है. धाम के रावल और हक-हकूकधारियों सहित डिमरी पंचायत ने भी सरकार से अभी तीर्थयात्रा शुरू न करने की मांग की है.
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वहीं, पुजारियों का कहना है कि तीर्थयात्रा शुरू होने के बाद संक्रमित जोन से भी श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे, जिससे यहां के लोगों को और ज्यादा खतरा हो सकता है. साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्र में होने की वजह से बदरीनाथ धाम में ऑक्सीजन की कमी अकसर बनी रहती है. ऐसे में पुजारियों और श्रद्धालुओं को मास्क पहनकर पूजा करने में काफी दिक्कत होगी.