चमोली: जिला निर्वाचन आयोग और सीएमओ कार्यालय की हीलाहवाली के कारण गोपेश्वर स्थित पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर पहुंच गया है. गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा संचालित इस पेट्रोल पंप का जिला निर्वाचन आयोग पर 17 लाख और सीएमओ कार्यालय पर साढ़े नौ लाख की देनदारी है. पेट्रोल पंप प्रबंधक संतोष गुसाई का कहना है कि चुनाव संपन्न होने के एक महीने बाद भी इन विभागों की ओर से अभी तक भुगतान नहीं किया गया है, जिससे तेल टैंकर की बुकिंग संभव नहीं हो पा रही है.
पेट्रोल पंप प्रबंधक संतोष गुसाई का कहना है कि इस पेट्रोल पंप को गढ़वाल मंडल विकास निगम संचालित करता है, जो सेल्स के मामले में प्रदेश के पेट्रोल पंपों में 14वें स्थान पर है. उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव में सरकारी वाहनों में इसी पंप से तेल की आपूर्ति हुई. अब चुनाव संपन्न हो गया है, प्रदेश में सरकार का भी गठन हो गया है, लेकिन अभी तक जिला निर्वाचन आयोग और सीएमओ कार्यालय की ओर से लाखों का बकाया भुगतान नहीं किया गया है.
संतोष गुसाई ने बताया कि जिला निर्वाचन आयोग पर पेट्रोल पंप की 17 लाख की देनदारी है, जबकि सीएमओ कार्यालय की साढ़े 9 लाख की देनदारी है. उन्होंने बताया कि तेल के एक टैंकर की एडवांस बुकिंग के लिए ₹10 दस लाख का भुगतान करना पड़ता है. धनराशि की कमी के कारण तेल की एडवांस बुकिंग नहीं कर पा रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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चौथे दिन भी मायूस लौटे वाहन चालक: शुक्रवार को चौथे दिन भी डीजल-पेट्रोल के लिए दिनभर वाहन पंप पर आए पर लेकिन ठगा हुआ महसूस कर वापस लौट गए. ऐसे में वाहन चालकों को तेल के लिए 13 किलोमीटर दूर बदरीनाथ हाईवे पर स्थित पेट्रोल पंप पर ईंधन भरवाने के लिए जाना पड़ रहा है.
वहीं, बदरीनाथ यात्रा मार्ग पर सोनला में स्थित पेट्रोल पंप पर भी सरकारी विभागों की लाखों की देनदारी है, जिससे यहां भी पेट्रोल और डीजल की सप्लाई सीमित रूप से हो रही है. स्थानीय लोगों के साथ साथ चोपता से गोपेश्वर घूमने आने वाले पर्यटकों को भी गोपेश्वर पहुंचकर पेट्रोल डीजल की किल्लत से दो चार होना पड़ रहा है.