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नंदप्रयाग-घाट मार्ग मामले पर सांसद अनिल बलूनी ने केंद्रीय वन मंत्री से की मुलाकात

नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग चौड़ीकरण मामले पर सांसद अनिल बलूनी ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात की है. अनिल बलूनी ने केंद्रीय वन मंत्री से मोटर मार्ग चौड़ीकरण में आडे़ आ रही वन भूमि हस्तांतरण की कार्रवाई में तेजी लाने व जल्द सैद्धांतिक स्वीकृति दिलाने की अपील की है.

chamoli
चमोली
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Published : Sep 27, 2021, 7:18 PM IST

चमोलीः नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग चौड़ीकरण पर चमोली वासियों को राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और बीजेपी राष्ट्रीय मीडिया सदस्य सतीश लखेड़ा का समर्थन मिला है. नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग पर वन भूमि के हस्तांतरण कार्रवाई पर हो रही देरी पर अनिल बलूनी और सतीश लखेड़ा ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात कर वन भूमि हस्तांतरण की कार्रवाई में तेजी लाने व जल्द सैद्धांतिक स्वीकृति दिलाने की अपील की है.

सतीश लखेड़ा के मुताबिक राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात के दौरान बताया कि नंदप्रयाग-घाट मोटरमार्ग का मसला जनभावनाओं से जुड़ा है. भारत सरकार वन विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय के द्वारा सड़क के प्रस्ताव पर अनावश्यक आपत्तियां लगाई गई हैं, जोकि व्यावहारिक नहीं है. उन्होंने केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव से शीघ्र सड़क पर सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान करवाने की अपील की है. बलूनी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को ये भी बताया कि मोटर मार्ग चौड़ीकरण के लिए ग्रामीणों ने लाठियां तक खाई हैं.

विधानसभा सत्र के दौरान खानी पड़ी थी लाठियांः नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग चौड़ीकरण को लेकर घाट क्षेत्र के लोगों द्वारा 4 महीने तक आंदोलन किया गया था. इसके अलावा 1 मार्च 2021 को भराड़ीसैंण विधानसभा सत्र के दौरान आंदोलनकारियों ने विधानसभा घेरने की कोशिश की थी. इस दौरान पुलिस ने आंदोलनकारियों पर लाठियां बरसाईं. लाठीचार्ज में 6 आंदोलनकारी व पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. मोटर मार्ग के चौड़ीकरण की मांग पर करीब 70 गांव के लोग उस दिन विधानसभा कूच के लिए आंदोलनरत थे.

ये भी पढ़ेंः कर्णप्रयाग-गैरसैंण विकासखंड में मोबाइल कनेक्टिविटी की समस्या होगी दूर, केंद्रीय मंत्री से मिले बलूनी

तीरथ सरकार ने की थी मुराद पूरीः 8 अप्रैल 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नंदप्रयाग-घाट क्षेत्र के ग्रामीणों की मांग पूरी की थी. तीरथ सिंह रावत ने नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग को डेढ़ लेन करने की घोषणा की थी. इसके लिए संबंधित विभाग को निर्देश भी जारी हो गए थे. मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के बाद तीरथ सिंह रावत का यह एक अहम फैसला था. इससे पहले शासन ने सड़क को चौड़ा करने के लिए 4 करोड़ 40 लाख चार हजार रुपये की धनराशि जारी कर दी थी.

इसलिए मोटर मार्ग चौड़ीकरण की मांगः नंदप्रयाग-घाट 19 किलोमीटर मोटर मार्ग के डेढ़ लेन चौड़ीकरण की मांग को लेकर नागरिक लंबे समय से आंदोलन पर थे. आंदोलनकारियों का कहना है कि इस सड़क की चौड़ाई 9 मीटर की जानी जरूरी है. सड़क की स्थिति वर्तमान समय में काफी खराब है. अधिकतर स्थानों पर सड़क संकरी होने के कारण वाहन दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है.

चमोलीः नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग चौड़ीकरण पर चमोली वासियों को राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और बीजेपी राष्ट्रीय मीडिया सदस्य सतीश लखेड़ा का समर्थन मिला है. नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग पर वन भूमि के हस्तांतरण कार्रवाई पर हो रही देरी पर अनिल बलूनी और सतीश लखेड़ा ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात कर वन भूमि हस्तांतरण की कार्रवाई में तेजी लाने व जल्द सैद्धांतिक स्वीकृति दिलाने की अपील की है.

सतीश लखेड़ा के मुताबिक राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात के दौरान बताया कि नंदप्रयाग-घाट मोटरमार्ग का मसला जनभावनाओं से जुड़ा है. भारत सरकार वन विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय के द्वारा सड़क के प्रस्ताव पर अनावश्यक आपत्तियां लगाई गई हैं, जोकि व्यावहारिक नहीं है. उन्होंने केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव से शीघ्र सड़क पर सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान करवाने की अपील की है. बलूनी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को ये भी बताया कि मोटर मार्ग चौड़ीकरण के लिए ग्रामीणों ने लाठियां तक खाई हैं.

विधानसभा सत्र के दौरान खानी पड़ी थी लाठियांः नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग चौड़ीकरण को लेकर घाट क्षेत्र के लोगों द्वारा 4 महीने तक आंदोलन किया गया था. इसके अलावा 1 मार्च 2021 को भराड़ीसैंण विधानसभा सत्र के दौरान आंदोलनकारियों ने विधानसभा घेरने की कोशिश की थी. इस दौरान पुलिस ने आंदोलनकारियों पर लाठियां बरसाईं. लाठीचार्ज में 6 आंदोलनकारी व पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. मोटर मार्ग के चौड़ीकरण की मांग पर करीब 70 गांव के लोग उस दिन विधानसभा कूच के लिए आंदोलनरत थे.

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तीरथ सरकार ने की थी मुराद पूरीः 8 अप्रैल 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नंदप्रयाग-घाट क्षेत्र के ग्रामीणों की मांग पूरी की थी. तीरथ सिंह रावत ने नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग को डेढ़ लेन करने की घोषणा की थी. इसके लिए संबंधित विभाग को निर्देश भी जारी हो गए थे. मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के बाद तीरथ सिंह रावत का यह एक अहम फैसला था. इससे पहले शासन ने सड़क को चौड़ा करने के लिए 4 करोड़ 40 लाख चार हजार रुपये की धनराशि जारी कर दी थी.

इसलिए मोटर मार्ग चौड़ीकरण की मांगः नंदप्रयाग-घाट 19 किलोमीटर मोटर मार्ग के डेढ़ लेन चौड़ीकरण की मांग को लेकर नागरिक लंबे समय से आंदोलन पर थे. आंदोलनकारियों का कहना है कि इस सड़क की चौड़ाई 9 मीटर की जानी जरूरी है. सड़क की स्थिति वर्तमान समय में काफी खराब है. अधिकतर स्थानों पर सड़क संकरी होने के कारण वाहन दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है.

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