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17 दिन बाद खुला जोशीमठ-नीती बॉर्डर मार्ग, हेलीकॉप्टर से सीमांत गांवों में भेजी गई दवा - Medicine sent by helicopter in niti valley

भारी बारिश के कारण बंद नीती बॉर्डर हाईवे 17 दिन बाद खुल गया है. वहीं, जिला प्रशासन ने सीमांत गांवों में हेलीकॉप्टर के जरिए आवश्यक दवाइयों की पूर्ति की गई है.

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हेलीकॉप्टर से सीमांत गांवों में भेजी गई दवा
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Published : Aug 29, 2021, 7:26 PM IST

Updated : Aug 29, 2021, 10:51 PM IST

चमोली: 17 दिनों से बंद जोशीमठ-नीती बॉर्डर रोड आखिरकार छोटे वाहनों के खुल गया है. पहाड़ में हो रही लगातार बारिश से तमक में नीती बॉर्डर हाईवे 17 दिन से बंद था. लेकिन, अभी भी तमक में पहाड़ों से पत्थरों का गिरना जारी है, ऐसे में हाईवे के फिर बंद होने की आशंका जताई जा रही है.

वहीं, नीती बॉर्डर रोड की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने मेडिकल स्टाफ को जरूरी दवाइयों के साथ हेलीकॉप्टर से सीमांत गांवों में भेजा गया. ताकि, लोगों का समय से उपचार किया जा सके.

हेलीकॉप्टर से सीमांत गांवों में भेजी गई दवा

ये भी पढ़ें: ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पांच दिनों से बंद, श्रीनगर में पेट्रोल-डीजल की किल्लत

जिला प्रशासन ने बताया कि नीती बार्डर हाईवे तमक के पास भारी भूस्खलन से बाधित हो गया था. वहीं, क्षेत्र में फंसे लोगों को पूर्व में ही हेलीकॉप्टर तथा वैकल्पिक पैदल मार्ग से रेस्क्यू कर लिया गया था. नीती बॉर्डर हाईवे पर ऊंची पहाड़ी से रूक-रूककर अभी भी पत्थर गिर रहे हैं, जिस कारण कभी भी मार्ग दोबारा बंद हो सकता है.

बता दें कि, ये क्षेत्र सामरिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है. भारत चीन सीमा पर जाने वाले सैनिकों को भी इसी मार्ग से जाना पड़ता है. यह मार्ग चीन सीमा से लगा होने के चलते सामरिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है.

चमोली: 17 दिनों से बंद जोशीमठ-नीती बॉर्डर रोड आखिरकार छोटे वाहनों के खुल गया है. पहाड़ में हो रही लगातार बारिश से तमक में नीती बॉर्डर हाईवे 17 दिन से बंद था. लेकिन, अभी भी तमक में पहाड़ों से पत्थरों का गिरना जारी है, ऐसे में हाईवे के फिर बंद होने की आशंका जताई जा रही है.

वहीं, नीती बॉर्डर रोड की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने मेडिकल स्टाफ को जरूरी दवाइयों के साथ हेलीकॉप्टर से सीमांत गांवों में भेजा गया. ताकि, लोगों का समय से उपचार किया जा सके.

हेलीकॉप्टर से सीमांत गांवों में भेजी गई दवा

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जिला प्रशासन ने बताया कि नीती बार्डर हाईवे तमक के पास भारी भूस्खलन से बाधित हो गया था. वहीं, क्षेत्र में फंसे लोगों को पूर्व में ही हेलीकॉप्टर तथा वैकल्पिक पैदल मार्ग से रेस्क्यू कर लिया गया था. नीती बॉर्डर हाईवे पर ऊंची पहाड़ी से रूक-रूककर अभी भी पत्थर गिर रहे हैं, जिस कारण कभी भी मार्ग दोबारा बंद हो सकता है.

बता दें कि, ये क्षेत्र सामरिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है. भारत चीन सीमा पर जाने वाले सैनिकों को भी इसी मार्ग से जाना पड़ता है. यह मार्ग चीन सीमा से लगा होने के चलते सामरिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है.

Last Updated : Aug 29, 2021, 10:51 PM IST
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