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लाटू देवता मंदिर के कपाट खुले, आंखों पर पट्टी बांधकर पुजारी करते हैं पूजा

चमोली के वाण में स्थित लाटू देवता मंदिर के कपाट खोल दिए हैं. यहां लाटू देवता मंदिर के गर्भगृह को पूजा अर्चना के बंद कर दिया जाता है. इस दौरान पुजारी आंखों और मुंह पर कपड़ा बांधकर पूजा करते हैं. हालांकि, कपाट आम भक्तों के लिए 6 महीने तक खुले रहते हैं. इतना ही नहीं भक्त मंदिर की परिधि से कुछ दूरी से ही हाथ जोड़कर मन्नतें मांगते हैं.

Latu Devta Temple Door Open
लाटू देवता के कपाट खुले
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Published : May 5, 2023, 8:06 PM IST

Updated : May 5, 2023, 8:19 PM IST

लाटू देवता मंदिर के कपाट खुले.

थरालीः चमोली के वाण गांव में स्थित लाटू देवता मंदिर के कपाट खोल दिए हैं. आज वैशाख पूर्णिमा के मौके पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ लाटू मंदिर के कपाट खोले गए. इस दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ी रही. लाटू देवता को मां नंदा का धर्म भाई माना जाता है.

चमोली जिले के दूरस्थ विकासखंड देवाल के वाण स्थित लाटू धाम के कपाट वैशाख पूर्णिमा के मौके पर शुक्रवार यानी आज दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर विधि विधान से आगामी 6 माह के लिए खोल दिए गए हैं. कपाट खुलने के मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने लाटू देवता के दर्शन किए और मनौती मांगी.

इस दौरान ग्रामीणों के साथ पारंपरिक झोड़ा, झुमेला लोक नृत्य किया. थराली विधायक भूपाल राम टम्टा ने कहा कि लाटू देवता मंदिर के कपाट खुल गए हैं. उन्होंने लाटू देवता से जनता की सुख समृद्धि की कामना की है. आगामी 2026 में नंदा राजजात निकलेगी. लाटू मंदिर मुख्य पड़ाव है. ऐसे में इस क्षेत्र को विकसित करने का उनका प्रयास है.
ये भी पढ़ेंः सोने का छत्र चढ़ने से गर्भगृह की दिखी भव्यता, अब तक 61 हजार यात्रियों ने किए बाबा केदार के दर्शन

वहीं, देवाल के ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू ने कहा कि कपाट खुलने पर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है. वाण एक रमणीय स्थल है. वो लाटू देवता से क्षेत्र की समृद्धि की कामना करते हैं. इसके अलावा उन्होंने सीएम पुष्कर धामी से लाटू देवता मंदिर को पांचवे धाम के रूप में विकसित करने की मांग की.

लाटू देवता की महिमा, आंखों और मुंह पर पट्टी बांधकर गर्भगृह में जाते हैं पुजारीः बता दें कि लाटू देवता गढ़वाल की अधिष्ठात्री देवी मां नंदा के भाई माने जाते हैं. नंदा राजजात यात्रा और लोकजात यात्रा में लाटू देवता ही देवी भगवती के डोले की अगुवाई करते हैं. यहां लाटू धाम के कपाट खुलने पर मुख्य पुजारी आंखों और मुंह पर पट्टी बांधकर गर्भगृह में प्रवेश कर पूजा करते हैं. ढोल दमाऊ की थाप पर देवताओं के पश्वा अवतरित होते हैं. देव नृत्य के बाद श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हैं.

लाटू देवता मंदिर के कपाट खुले.

थरालीः चमोली के वाण गांव में स्थित लाटू देवता मंदिर के कपाट खोल दिए हैं. आज वैशाख पूर्णिमा के मौके पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ लाटू मंदिर के कपाट खोले गए. इस दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ी रही. लाटू देवता को मां नंदा का धर्म भाई माना जाता है.

चमोली जिले के दूरस्थ विकासखंड देवाल के वाण स्थित लाटू धाम के कपाट वैशाख पूर्णिमा के मौके पर शुक्रवार यानी आज दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर विधि विधान से आगामी 6 माह के लिए खोल दिए गए हैं. कपाट खुलने के मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने लाटू देवता के दर्शन किए और मनौती मांगी.

इस दौरान ग्रामीणों के साथ पारंपरिक झोड़ा, झुमेला लोक नृत्य किया. थराली विधायक भूपाल राम टम्टा ने कहा कि लाटू देवता मंदिर के कपाट खुल गए हैं. उन्होंने लाटू देवता से जनता की सुख समृद्धि की कामना की है. आगामी 2026 में नंदा राजजात निकलेगी. लाटू मंदिर मुख्य पड़ाव है. ऐसे में इस क्षेत्र को विकसित करने का उनका प्रयास है.
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वहीं, देवाल के ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू ने कहा कि कपाट खुलने पर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है. वाण एक रमणीय स्थल है. वो लाटू देवता से क्षेत्र की समृद्धि की कामना करते हैं. इसके अलावा उन्होंने सीएम पुष्कर धामी से लाटू देवता मंदिर को पांचवे धाम के रूप में विकसित करने की मांग की.

लाटू देवता की महिमा, आंखों और मुंह पर पट्टी बांधकर गर्भगृह में जाते हैं पुजारीः बता दें कि लाटू देवता गढ़वाल की अधिष्ठात्री देवी मां नंदा के भाई माने जाते हैं. नंदा राजजात यात्रा और लोकजात यात्रा में लाटू देवता ही देवी भगवती के डोले की अगुवाई करते हैं. यहां लाटू धाम के कपाट खुलने पर मुख्य पुजारी आंखों और मुंह पर पट्टी बांधकर गर्भगृह में प्रवेश कर पूजा करते हैं. ढोल दमाऊ की थाप पर देवताओं के पश्वा अवतरित होते हैं. देव नृत्य के बाद श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हैं.

Last Updated : May 5, 2023, 8:19 PM IST
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