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चमोली: भारी बारिश से सेलंग गांव में भूस्खलन, खतरे की जद में कई भवन

प्रदेश में भारी बारिश से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. वहीं बीती रात बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे हुए सेलंग गांव के पास भारी भूस्खलन हुआ है.

Chamoli News
भारी बारिश से सैलंग गांव में भूस्खलन
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Published : Jul 25, 2021, 11:22 AM IST

चमोली: प्रदेश में बारिश का दौर जारी है. ऐसे में चमोली में बीते दो दिनों से रुक रुक कर बारिश हो रही है. बीते देर रात 2 बजे करीब के बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे हुए सेलंग गांव के पास भारी भूस्खलन हुआ है. भूस्खलन इतना जबरदस्त था एनटीपीसी की 520 मेगावाट की तपोवन विष्णुगाड़ परियोजना की टीबीएम साइट भी मलबे की चपेट में आ गई. जिससे जल विद्युत परियोजना का टीवीएम साइट का प्रवेश द्वार बंद हो गया.

भारी बारिश से सैलंग गांव में भूस्खलन.

वहीं, टीवीएम साइट पर हजारों टन मलबा आ गया है. गनीमत ये रही कि श्रमिकों की हड़ताल होने की वजह से बड़ी घटना टल गई. अन्यथा वहां कार्य कर रहे 100 के लगभग श्रमिकों को नुकसान पहुंच सकता था. स्थानीय लोगों के अनुसार यहां कई मकानों और होटल को भी खतरा पैदा हो गया है. इससे पहले 7 फरवरी को ऋषिगंगा में आये जल प्रलय से एनटीपीसी की डैम साइट को भारी नुकसान पहुंचा था.

पढ़ें-उत्तराखंड: टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 105 ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित

उधर, बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चमोली से आगे कई स्थानों में बन्द है. स्थानीय लोगों के अनुसार यहां कई मकानों और होटल को भी खतरा पैदा हो गया है. इससे पहले 7 फरवरी को ऋषिगंगा में आये जल प्रलय से एनटीपीसी की डैम साइट को भारी नुकसान पहुंचा था. स्थानीय विधायक महेंद्र प्रसाद भट्ट मौके के लिए रवाना हो चुके हैं.

चमोली: प्रदेश में बारिश का दौर जारी है. ऐसे में चमोली में बीते दो दिनों से रुक रुक कर बारिश हो रही है. बीते देर रात 2 बजे करीब के बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे हुए सेलंग गांव के पास भारी भूस्खलन हुआ है. भूस्खलन इतना जबरदस्त था एनटीपीसी की 520 मेगावाट की तपोवन विष्णुगाड़ परियोजना की टीबीएम साइट भी मलबे की चपेट में आ गई. जिससे जल विद्युत परियोजना का टीवीएम साइट का प्रवेश द्वार बंद हो गया.

भारी बारिश से सैलंग गांव में भूस्खलन.

वहीं, टीवीएम साइट पर हजारों टन मलबा आ गया है. गनीमत ये रही कि श्रमिकों की हड़ताल होने की वजह से बड़ी घटना टल गई. अन्यथा वहां कार्य कर रहे 100 के लगभग श्रमिकों को नुकसान पहुंच सकता था. स्थानीय लोगों के अनुसार यहां कई मकानों और होटल को भी खतरा पैदा हो गया है. इससे पहले 7 फरवरी को ऋषिगंगा में आये जल प्रलय से एनटीपीसी की डैम साइट को भारी नुकसान पहुंचा था.

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उधर, बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चमोली से आगे कई स्थानों में बन्द है. स्थानीय लोगों के अनुसार यहां कई मकानों और होटल को भी खतरा पैदा हो गया है. इससे पहले 7 फरवरी को ऋषिगंगा में आये जल प्रलय से एनटीपीसी की डैम साइट को भारी नुकसान पहुंचा था. स्थानीय विधायक महेंद्र प्रसाद भट्ट मौके के लिए रवाना हो चुके हैं.

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