चमोली: बदरीनाथ राजमार्ग पर ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत हिल कटिंग का काम जोरों पर चल रहा है. ऐसे में कर्णप्रयाग से चमोली तक जगह-जगह कार्यदायी संस्था द्वारा हिल कटिंग का कार्य किया जा रहा है. जिसके चलते मलबा गिरने के कारण हाईवे जगह-जगह बाधित होने से राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है. वहीं, अब जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने सड़क निर्माण में लगी कार्यदायी संस्था को ज्यादा देर तक सड़क बाधित ने रखने के सख्त निर्देश दिए हैं.
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व बदरीनाथ हाईवे पर नंदप्रयाग के समीप हिल कटिंग के दौरान चट्टान टूटकर गिरने से मार्ग अवरुद्ध हो गया था, जिसके बाद कार्यदायी संस्था ने कड़ी मशक्कत के बाद राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरू करवाई. इस दौरान यात्रियों घंटों तक सड़क पर ही इंतजार करना पड़ा था.
वहीं, कर्णप्रयाग से चमोली के बीच मे कालेश्वर, उमट्टा, सोनला के पास हिलकटिंग का कार्य इनदिनों जोरों पर चल रहा है, जिससे इन जगहों पर मलबा और बोल्डर आने से आए दिन जाम लग रहा है. जबकि, निर्माण कर रही कंपनी की तरफ से सड़क के दोनों ओर वाहनों को रोकने के लिए कर्मचारी तैनात किए गए हैं, लेकिन हाईवे संकरा होने से आए दिन जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है.
ये भी पढ़ें: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट: दून में सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू, जाम लगाने वालों पर होगी कार्रवाई
वहीं, स्थानीय लोगों ने हाईवे निर्माण कर रही कंपनी पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी के द्वारा जानबूझ कर हाईवे को 1 घंटे से अधिक बाधित किया जा रहा है. जबकि, जिलाधिकारी चमोली के द्वारा हाईवे को 10 मिनट से अधिक बाधित न रखने के निर्देश दिए गए हैं. उसके विपरीत कंपनियों के द्वारा मनमानी की जा रही है, जिसका खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है.
ऐसे में जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया के द्वारा कार्यदायी कंपनी को अधिक समय तक हाईवे बंद न रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही 8 मिनट के बाद हाईवे खोलने और वाहनों की आवाजाही सुचारू करवाने को भी कहा गया है. वहीं, इस मामले में पुलिस अधीक्षक यशवंत चौहान ने बताया कि चमोली के एक बड़े क्षेत्र में ऑल वेदर सड़क कटिंग का कार्य चल रहा है. किसी स्थान पर बड़ा जाम लगने पर संबंधित पुलिस थाने या चौकी से जवानों को जाम खुलवाने के लिए तत्काल भेजा जाता है. लेकिन कई स्थानों पर मलबा अधिक आने से जाम लगने की सूचना प्राप्त होती है. इसपर पुलिस के जवानों को भेजकर हाईवे पर यातायात सुचारू करवाया जाता है.