ETV Bharat / state

जड़ी-बूटी उत्पादन से आर्थिकी को मिला बल, प्रगतिशील किसानों को किया सम्मानित - थराली उद्योगिनी विकास कार्यशाला

थराली में जड़ी-बूटी उत्पादन को लेकर उद्योगिनी के तत्वाधान कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान जड़ी-बूटी उत्पादन के जरिए ग्रामीण काश्तकारों की आर्थिकी मजबूत करने पर बल दिया गया.

herbs production
जड़ी-बूटी उत्पादन
author img

By

Published : Dec 27, 2019, 10:18 PM IST

थरालीः ब्लॉक सभागार में जड़ी-बूटी उत्पादन को लेकर उद्योगिनी के तत्वावधान में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में ग्रामीण काश्तकारों की आर्थिकी बढ़ाने के लिए परंपरागत कृषि के साथ जड़ी-बूटी उत्पादन को लेकर प्रोत्साहित किया गया. वहीं, कार्यक्रम में कई प्रगतिशील किसानों को जड़ी बूटी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर पुरस्कृत भी किया गया.

उद्योगिनी कार्यशाला का आयोजन.

उद्योगिनी विकास कार्यशाला का उद्घाटन कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी आंनद सिंह गोस्वामी ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कृषि के विकास के लिए सरकार की ओर से 41 योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. जिसका काश्तकारों को लाभ उठाना चाहिए.

ये भी पढ़ेंः बागेश्वर: महज औपचारिक रही दिशा बैठक, बहस के बीच विकास के मुद्दे गायब

कार्यशाला के आयोजक और उद्योगिनी प्रबंधक अरुण अधिकारी ने बताया कि साल 1992 में विश्व बैंक के सहयोग से सरकारी विभागों एवं स्वयं सहायता संस्थाओं को एक मंच पर लाया गया था. जिसमें महिलाओं को सशक्त बनाने और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए भारत में उद्योगिनी की स्थापना की गई.

इसके तहत साल 2009-10 में चमोली और अल्मोड़ा में भी इस कार्यक्रम का संचालन किया गया. उन्होंने कहा कि साल 2017 में जड़ी-बूटी के उत्पादन के लिए थराली ब्लॉक का चयन किया गया. इसके तहत ब्लॉक के 19 गांवों में काश्तकारों को जड़ी-बूटी उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया गया. जिसमें काफी हद तक सफलता मिल रही है.

ये भी पढ़ेंः HNB गढ़वाल विवि रैंकिंग में फिसड्डी, राष्ट्रपति ने कुलपति को दिए आदेश

कृषि विज्ञान केंद्र ग्वालदम के वैज्ञानिक डीसी जोशी ने कहा कि ग्वालदम केंद्र कृषि बागवानी, उद्यानीकरण, पशुपालन विकास के लिए किसानों को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. वहीं, जड़ी-बूटी शोध संस्थान मंडल गोपेश्वर के विक्रम रावत ने कहा कि संस्थान किसानों को जड़ी बूटी के पौधे उपलब्ध करा रही है. साथ ही उन्हें वैज्ञानिक तकनीक भी मुहैया कराई जा रही है.

ये काश्तकार हुए पुरस्कृत-

  1. नीमा देवी, गांव- माल बजवाड़.
  2. मुन्नी देवी, गांव- थाला.
  3. नीलू देवी, गांव- चेपड़ो.
  4. पार्वती देवी, गांव- कसबीनगर.
  5. गोविंद सिंह, गांव- पार्था.
  6. हीरा सिंह, गांव- रुइसान.
  7. अनिता देवी, गांव- माल बजवाड़.

इन सभी लोगों को जड़ी-बूटी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर पुरस्कृत किया गया.

थरालीः ब्लॉक सभागार में जड़ी-बूटी उत्पादन को लेकर उद्योगिनी के तत्वावधान में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में ग्रामीण काश्तकारों की आर्थिकी बढ़ाने के लिए परंपरागत कृषि के साथ जड़ी-बूटी उत्पादन को लेकर प्रोत्साहित किया गया. वहीं, कार्यक्रम में कई प्रगतिशील किसानों को जड़ी बूटी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर पुरस्कृत भी किया गया.

उद्योगिनी कार्यशाला का आयोजन.

उद्योगिनी विकास कार्यशाला का उद्घाटन कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी आंनद सिंह गोस्वामी ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कृषि के विकास के लिए सरकार की ओर से 41 योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. जिसका काश्तकारों को लाभ उठाना चाहिए.

ये भी पढ़ेंः बागेश्वर: महज औपचारिक रही दिशा बैठक, बहस के बीच विकास के मुद्दे गायब

कार्यशाला के आयोजक और उद्योगिनी प्रबंधक अरुण अधिकारी ने बताया कि साल 1992 में विश्व बैंक के सहयोग से सरकारी विभागों एवं स्वयं सहायता संस्थाओं को एक मंच पर लाया गया था. जिसमें महिलाओं को सशक्त बनाने और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए भारत में उद्योगिनी की स्थापना की गई.

इसके तहत साल 2009-10 में चमोली और अल्मोड़ा में भी इस कार्यक्रम का संचालन किया गया. उन्होंने कहा कि साल 2017 में जड़ी-बूटी के उत्पादन के लिए थराली ब्लॉक का चयन किया गया. इसके तहत ब्लॉक के 19 गांवों में काश्तकारों को जड़ी-बूटी उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया गया. जिसमें काफी हद तक सफलता मिल रही है.

ये भी पढ़ेंः HNB गढ़वाल विवि रैंकिंग में फिसड्डी, राष्ट्रपति ने कुलपति को दिए आदेश

कृषि विज्ञान केंद्र ग्वालदम के वैज्ञानिक डीसी जोशी ने कहा कि ग्वालदम केंद्र कृषि बागवानी, उद्यानीकरण, पशुपालन विकास के लिए किसानों को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. वहीं, जड़ी-बूटी शोध संस्थान मंडल गोपेश्वर के विक्रम रावत ने कहा कि संस्थान किसानों को जड़ी बूटी के पौधे उपलब्ध करा रही है. साथ ही उन्हें वैज्ञानिक तकनीक भी मुहैया कराई जा रही है.

ये काश्तकार हुए पुरस्कृत-

  1. नीमा देवी, गांव- माल बजवाड़.
  2. मुन्नी देवी, गांव- थाला.
  3. नीलू देवी, गांव- चेपड़ो.
  4. पार्वती देवी, गांव- कसबीनगर.
  5. गोविंद सिंह, गांव- पार्था.
  6. हीरा सिंह, गांव- रुइसान.
  7. अनिता देवी, गांव- माल बजवाड़.

इन सभी लोगों को जड़ी-बूटी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर पुरस्कृत किया गया.

Intro:विकासखण्ड थराली के ब्लॉक सभागार में आज जड़ी बूटी उत्पादन को लेकर उद्योगिनी के तत्वावधान में ,कृषि विभाग , उद्यान विभाग,एवम वन विभाग ,ग्राम्य विकास विभाग की उपस्थिति में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया Body:स्थान - थराली

रिपोर्ट - गिरीश चंदोला

स्लग-जड़ी बूटी उत्पादन को लेकर कार्यशाला





एंकर-विकासखण्ड थराली के ब्लॉक सभागार में आज जड़ी बूटी उत्पादन को लेकर उद्योगिनी के तत्वावधान में ,कृषि विभाग , उद्यान विभाग,एवम वन विभाग ,ग्राम्य विकास विभाग की उपस्थिति में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया


इस कार्यशाला में ग्रामीण काश्तकारों की आर्थिकी बढ़ाने के लिए परम्परागत कृषि के साथ साथ जड़ी बूटी उत्पादन के लिए ग्रामीण काश्तकारों को प्रोत्साहित किया गया

ब्लॉक सभागार में आयोजित उद्योगिनी विकास कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी आंनद सिंह गोस्वामी ने कहा कि कृषि के विकास के लिए सरकार द्वारा 41 योजनाओं का संचालन किया जा रहा है जिसका काश्तकारों को लाभ उठाना चाहिए


V O 1कार्यशाला के आयोजक उद्योगिनी प्रबंधक अरुण अधिकारी ने बताया कि 1992 में विश्व बैंक के सहयोग से सरकारी विभागों एवं स्वयंसहायता संस्थाओं को एक मंच पर लाकर महिलाओं में कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के प्रयास के तहत भारत में उद्योगिनी की स्थापना की गई इसके तहत वर्ष 2009-10 में चमोली एवम अल्मोड़ा में भी इस कार्यक्रम का संचालन शुरु किया गया उन्होंने कहा कि 2017 में जड़ी बूटी के उत्पादन के लिए थराली ब्लॉक का चयन किया गया इसके तहत ब्लॉक के 19 गांवों में काश्तकारों को जड़ी बूटी उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया गया जिसमें काफी हद तक सफलता भी हासिल हो रही है कृषि विज्ञान केंद्र ग्वालदम के वैज्ञानिक d c जोशी ने कहा कि ग्वालदम केंद्र कृषि बागवानी, उद्यानीकरण पशुपालन विकास के लिए किसानों को हर सम्भव सहायता देने के लिए तैयार है

V O 2 जड़ी बूटी शोध संस्थान मंडल गोपेश्वर के विक्रम रावत ने कहा कि संस्थान जड़ी बूटी उत्पादित करने वाले किसानों को जड़ी बूटी के पौधों को उपलब्ध करवाने के साथ ही उन्हें वैज्ञानिक तकनीकी मुहैया करवा रहा है इस मौके पर bdo थराली dd उनियाल ने कहा कि मनरेगा में कृषि विकास के लिए तमाम तरह की योजनाएं संचालित की जा रही है

कार्यक्रम में माल बजवाड़ की नीमा देवी, थाला की मुन्नी देवी ,चेपड़ो की नीलू देवी, कसबीनगर की पार्वती देवी, पार्था के गोविंद सिंह, रुइसान के हीरा सिंह व माल बजवाड़ की अनिता देवी को जड़ी बूटी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर पुरष्कृत भी किया गया


Byte-arun adhikari prabandhk udyogini


Byte-godambari rawat mahila krishk


Byte-nima devi mahila krishkaConclusion:V O 2 जड़ी बूटी शोध संस्थान मंडल गोपेश्वर के विक्रम रावत ने कहा कि संस्थान जड़ी बूटी उत्पादित करने वाले किसानों को जड़ी बूटी के पौधों को उपलब्ध करवाने के साथ ही उन्हें वैज्ञानिक तकनीकी मुहैया करवा रहा है इस मौके पर bdo थराली dd उनियाल ने कहा कि मनरेगा में कृषि विकास के लिए तमाम तरह की योजनाएं संचालित की जा रही है

कार्यक्रम में माल बजवाड़ की नीमा देवी, थाला की मुन्नी देवी ,चेपड़ो की नीलू देवी, कसबीनगर की पार्वती देवी, पार्था के गोविंद सिंह, रुइसान के हीरा सिंह व माल बजवाड़ की अनिता देवी को जड़ी बूटी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर पुरष्कृत भी किया गया


Byte-arun adhikari prabandhk udyogini


Byte-godambari rawat mahila krishk


Byte-nima devi mahila krishka
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.