चमोलीः सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब में बीते दिन बर्फबारी के बाद प्रशासन ने यात्रियों को रोक दिया था. वहीं आज मौसम साफ होते ही यात्रा सुचारू कर दी गई है. यात्रा सुचारू होने पर आज सुबह घांघरिया से हेमकुंड साहिब के लिए 2200 सिक्ख श्रदालु रवाना हुए. जबकि बारिश और बर्फबारी के चलते बीते दिन से गोविंदघाट में रोके गए 4100 सिख श्रद्धालु आज तड़के ही गोविंदघाट से घांघरिया के लिए रवाना हुए. वहीं, मंगलवार को हालात सामान्य होने पर ऋषिकेश से सुबह करीब 4 हजार श्रद्धालुओं का जत्था हेमकुंड साहिब धाम के दर्शन के लिए रवाना हुआ.
गौरतलब है कि सोमवार को हेमकुंड साहिब में भारी बर्फबारी और मौसम खराब होने के चलते यात्रा रोक दी गई. पंजाब और अन्य प्रदेशों से आए श्रद्धालुओं को ऋषिकेश स्थित गुरूद्वारा हेमकुंड साहिब में ही रोक दिया गया. हेमकुंड साहिब में 2 फीट तक बर्फ जम चुकी थी. ऐसे में प्रशासन ने हेमकुंड साहिब जाने वाले तीर्थयात्रियों को गोविंदघाट, घांघरिया और ऋषिकेश में ही रोक दिया था. वहीं, फूलों की घाटी जाने वाले पर्यटकों को भी रोका गया था. जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने जानकारी दी थी कि हेमकुंड साहिब में हो रही बर्फबारी को देखते हुए तीर्थयात्रियों को घांघरिया और गोविंदघाट गुरुद्वारे में ही रोका गया है. मौसम खुलते ही यात्रियों को आगे भेजा जाएगा.
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22 मई को खुले थे हेमकुंड साहिब के कपाट: बता दें कि बीती 22 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुले थे. इस बार सरकार और गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ने हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं की संख्या भी निर्धारित की है. ऐसे में इस बार एक दिन में 5000 श्रद्धालुओं को ही हेमकुंड साहिब में मत्था टेकने की अनुमति दी जा रही है.