चमोली: जिले में बीती रात भारी बारिश से हुए भूस्खलन से गौशाला और आवासीय मकानों को भारी नुकसान हुआ है. बारिश का पानी और मलबा ग्रामीणों के घरों में पहुंच गया. भारी बारिश से गांव में कृषि भूमि, पेयजल लाइन, पैदल मार्ग ध्वस्त हो गए हैं. रात को भूस्खलन होने से गांव में अफरा-तफरी मच गई. लोग किसी तरह घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे.
चमोली के घाट विकासखंड स्थित बैरासकुंड क्षेत्र के सेमा गांव में बीती रात हुई जबरदस्त बारिश से गौशाला और आवासीय मकानों को नुकसान पहुंचा है. गांव के ऊपर गुजर रहे सेमा-बैरासकुंड मोटर मार्ग के मलबे के साथ बारिश का पानी सेमा गांव के बैरो तोक में पहुंच गया. जिससे ग्रामीण बृजलाल की गौशाला पूरी तरह ध्वस्त हो गई. गनीमत रही कि इससे पहले ही परिजनों ने वहां से पशुओं को बाहर निकाल लिया था. इसके अलावा कई घर और आंगन में मलबे से पट गए.
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इसी गांव के फरणखिला तोक में नंदन के आवासीय मकान को भी भारी नुकसान हुआ है. उनके घर में रसोईघर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. साथ ही कई लोगों के घरों को खतरा बना हुआ है. भारी बारिश के कारण पूरी रात ग्रामीण दहशत में रहे. वहीं पीएमजीएसवाई विभाग ने सड़क के किनारे नाली निर्माण नहीं कराया है. जिससे बारिश का पानी मलबे के साथ गांव में घुस गया. लोगों के घरों के अलावा कृषि भूमि, पेयजल लाइन और पैदल मार्गों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. लोगों ने प्रशासन से नुकसान का आकलन कर प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही पीएमजीएसवाई के अधिकारियों से सड़क और नाली निर्माण की मांग की गई है.