चमोलीः गोपेश्वर जिला अस्पताल का जल्द ही कायाकल्प होने जा रहा है. जिला अस्पताल में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी. साथ ही नए उपकरणों से भी अस्पताल को लैस किया जाएगा. ऐसे में इनदिनों अस्पताल को आईएसओ (ISO) मानक में लाने के लिए वार्डों के साथ परिसर के नवीनीकरण को लेकर प्रक्रिया गतिमान है. जिसके बाद जिला अस्पताल एनएबीएच (NABH) में पंजीकृत हो जाएगा.
चमोली के मुख्य चिकित्साधिकारी एसपी कुड़ियाल (Chamoli CMO SP Kuriyal) का कहना है कि गोपेश्वर जिला अस्पताल को आईएसओ मानक की श्रेणी में लाने के लिए नवीनीकरण का कार्य किया जाना है. यह प्रयास स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत की ओर से किया गया है. इनदिनों नवीनीकरण कार्यों को लेकर नाप-जोख चल रही है. जल्द ही अस्पताल के दरवाजों, खिड़कियों के साथ फर्श को बदला जाएगा. साथ ही अप्रोच सड़क भी बनाई जाएगी.
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सीएमओ कुड़ियाल ने बताया कि जिला अस्पताल गोपेश्वर में आधुनिक सीटी स्कैन मशीन, आधुनिक 4D अल्ट्रासाउंड मशीन के साथ पैथोलॉजी लैब भी विकसित की जानी है. ये सभी सुविधाएं मिलने के बाद अस्पताल एनएबीएच यानी अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (National Accreditation Board for Hospitals & Healthcare Providers) में पंजीकृत हो जाएगा.
उन्होंने बताया कि दून अस्पताल के बाद पहाड़ों में गोपेश्वर जिला अस्पताल दूसरा अस्पताल होगा, जो आईएसओ यानी अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (International Organisation for Standardisation) मानकों को पूरा करता हो. वहीं, माना जा रहा है कि अगर ये सभी सुविधाएं गोपेश्वर जिला अस्पताल (Gopeshwar District Hospital) में मिल जाएंगी तो मरीजों को देहरादून, ऋषिकेश समेत दिल्ली आदि शहरों में इलाज के लिए रुख नहीं करना पड़ेगा.