चमोली: राजकीय इंटर कॉलेज बांजबगड़ में सोमवार को एक अजीब तरह का मामला सामने आया है. स्कूल टाइम में दोपहर बाद अचानक कुछ छात्राएं जोर-जोर से रोने लगीं. शिक्षकों और अन्य छात्र-छात्राओं ने उन्हें समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन शांत होने के बजाए वो अजीब तरह की हरकतें करने लगीं. 3 घंटे बाद भी जब छात्राएं शांत नहीं हुई तो स्कूल प्रबंधन ने उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाट में भर्ती कराया.
जानकारी के मुताबिक राजकीय इंटर कॉलेज बांजबगड़ चुफलागाड नदी के किनारे स्थित है. सोमवार को अन्य दिनों की तरह सुबह 10 बजे विद्यालय का संचालन शुरू हुआ. पहली पाली में सब कुछ कुछ ठीक-ठाक चला, दूसरे पाली में 11 बजे अचानक 11वीं और 12वीं कक्षा में अध्यनरत छात्राएं एकाएक चिल्लाने लगीं.
शिक्षकों और छात्राओं को कुछ सूझ नहीं रहा था. करीब 3 घंटे तक विद्यालय में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. छात्राएं अजीब तरह की हरकतें कर रही थीं. इसके बाद दोपहर 2 बजे शिक्षकों ने छात्राओं की तबीयत अधिक बिगड़ जाने पर तीन छात्राओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाट में भर्ती करवाया.
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शिक्षक हेमवती नंदन मैदोली और दीपक कुमार चौहान ने बताया कि पिछले एक महीने से छात्राएं ऐसी हरकतें कर रही हैं. 20 दिन पहले भी करीब 17 छात्राओं ने इसी तरह की हरकत की थी, वो भी क्लास में अचानक रोने और चिल्लाने लगी थीं. हालांकि तब थोड़ी देर बाद छात्राओं की हालत में सुधार हो गया था और वो नॉर्मल हो गई थीं, लेकिन सोमवार को एक बार फिर कुछ छात्राएं एकाएक रोने और चिल्लाने लगीं. स्थिति बिगड़ते देख छात्राओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाट में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की देखरेख में छात्राओं का उपचार किया गया.
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सीएचसी घाट के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. मुकेश पाल ने बताया कि छात्राओं की स्थिति अब सामान्य है. स्वास्थ्य विभाग की टीम को विद्यालय में ले जाकर पीड़ित छात्राओं की काउंसिलिंग की जाएगी. डॉ. पाल के मुताबिक छात्राओं में मास हिस्टीरिया के लक्षण दिखाई दे रहे हैं. जिसका उपचार किया जाएगा.