चमोलीः जनपद में स्थित त्रिशूल पर्वत पर ट्रैकिंग के दौरान लापता हुए पर्वतारोही का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है. 6 सदस्यीय ट्रैकिंग दल में से हंगरी के लापता ट्रैकर पीटर की कोई जानकारी नहीं है. एसडीआरएफ के कुशल पर्वतारोहियों द्वारा त्रिशूल पर्वत के कैम्प 2 के आसपास पीटर की तलाश जारी है, जबकि अन्य 5 सदस्यों को एनडीआरएफ की टीम द्वारा सकुशल सुतोल गांव पहुंचाया गया है. दूसरी ओर कोहरा और बारिश के कारण एसडीआरएफ को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
दरसअल, बीते 13 सितम्बर को 6 सदस्यीय दल 25 दिनों तक होने वाले विदेशी अभियान के तहत माउंट त्रिशूल पर ट्रैकिंग के लिए निकले थे. दल में शामिल हंगरी के ट्रैकर पीटर त्रिशूल कैम्प 2 से लापता हो गए थे. जिसके बाद टीम के सदस्यों ने 30 सितम्बर को वापस सुतोल गांव पहुंचकर पीटर की जानकारी इंडियन माउंटीनिंग फेडरेशन को दी.
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जहां से आईएमएफ द्वारा त्रिशूल के कैम्प 2 से लापता ट्रैकर की खोजबीन के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरफ को जानकारी दी गई. सूचना मिलने पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें ट्रैकर के रेस्क्यू के लिए 30 सितम्बर को ही सुतोल से पैदल होमकुंड के लिए रवाना हो चुकी थीं.
एनडीआरएफ जवानों द्वारा अन्य 5 ट्रैकरों को बीती शाम सुरक्षित सुतोल गांव पहुंचाया गया है. साथ ही एनडीआरएफ का 10 सदस्यीय दल भी वापस लौट गया है. एसडीआरएफ के कुशल पर्वतारोही जवानों द्वारा त्रिशूल के कैम्प 2 में लापता पीटर की तलाश जारी है. रेस्क्यू के लिए वायु सेना के हेलीकॉप्टरों की भी मदद ली जा रही है. लेकिन कोहरा और अचानक बारिश का मौसम बन जाने से रेस्क्यू में टीम को दिक्कतें आ रही हैं.