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अशासकीय विद्यालयों में नियुक्ति में धांधली पर हंगामा, पंचायत बैठक में लगाये गंभीर आरोप

जिला सभागार में जिला पंचायत की त्रैमासिक बैठक में अशासकीय विद्यालयों में नियुक्ति पर हुई धांधली को लेकर जमकर हंगामा हुआ. सदस्यों ने नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने अपने चहेतों को नियुक्ति दी है.

जिला पंचायत की त्रैमासिक बैठक
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Published : Feb 5, 2019, 11:12 PM IST

चमोलीः जिला सभागार में जिला पंचायत की त्रैमासिक बैठक आयोजित की गई. इस दौरान बैठक में अशासकीय विद्यालयों में नियुक्ति पर हुई धांधली को लेकर जमकर हंगामा हुआ. सदस्यों ने नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने अपने चहेतों को नियुक्ति दी है. वहीं, बैठक में मामला सार्वजनिक होने के बाद सीडीओ ने जांच कमेटी गठित की है.


दरअसल, जिला पंचायत की त्रैमासिक बैठक में अशासकीय विद्यालयों में नियुक्ति को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी सवालों के घेरे में हैं. मंगलवार को जिला पंचायत की बैठक में शिक्षा विभाग पर चर्चा के दौरान अशासकीय विद्यालयों में हुई शिक्षकों की तैनाती को लेकर नियमों को नजरअंदाज करने पर जमकर हंगामा हुआ. सदस्यों ने नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि कई सीटों पर मुख्य शिक्षा अधिकारी और शिक्षा विभाग में तैनात अधिकारी और अन्य कर्मचारियों के पाल्यों को तैनाती दी है.


जिला पंचायत सदस्य प्रदीप बुटोला ने सदन को अवगत कराते हुए बताया कि जिले में सलूड, डूंगरा और चेपड़ों अशासकीय इंटर कॉलेज में 13 पदों के लिए शिक्षकों की नियुक्तियां हुई थी. जिसमें प्रवक्ता और एलटी पद पर हुई नियुक्तियों में नियमों को नजरअंदाज किया गया है. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने शिक्षा विभाग से जुड़े अन्य लोगों के पाल्यों को नियुक्ति देने के लिए वरिष्ठताक्रम को नजरअंदाज किया है.

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जिला पंचायत की त्रैमासिक बैठक में हंगामा.
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बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी ललित मोहन चमोला ने कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया में शासन के नियमों का पालन किया गया है. इस जवाब से सदस्य संतुष्ट नहीं हुए और जमकर हंगामा किया. हंगामा बढ़ता देख जिला पंचायत उपाध्यक्ष लखपत बुटोला ने मामले को गंभीर बताते हुए जांच करने की बात कही.


वहीं, मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हंसादत्त पांडे का कहना है कि सदन में कुछ सदस्यों ने अशासकीय विद्यालयों में नियुक्ति को लेकर गंभीर आरोप लगाये हैं. इसके लिए जांच कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए गये हैं.

चमोलीः जिला सभागार में जिला पंचायत की त्रैमासिक बैठक आयोजित की गई. इस दौरान बैठक में अशासकीय विद्यालयों में नियुक्ति पर हुई धांधली को लेकर जमकर हंगामा हुआ. सदस्यों ने नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने अपने चहेतों को नियुक्ति दी है. वहीं, बैठक में मामला सार्वजनिक होने के बाद सीडीओ ने जांच कमेटी गठित की है.


दरअसल, जिला पंचायत की त्रैमासिक बैठक में अशासकीय विद्यालयों में नियुक्ति को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी सवालों के घेरे में हैं. मंगलवार को जिला पंचायत की बैठक में शिक्षा विभाग पर चर्चा के दौरान अशासकीय विद्यालयों में हुई शिक्षकों की तैनाती को लेकर नियमों को नजरअंदाज करने पर जमकर हंगामा हुआ. सदस्यों ने नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि कई सीटों पर मुख्य शिक्षा अधिकारी और शिक्षा विभाग में तैनात अधिकारी और अन्य कर्मचारियों के पाल्यों को तैनाती दी है.


जिला पंचायत सदस्य प्रदीप बुटोला ने सदन को अवगत कराते हुए बताया कि जिले में सलूड, डूंगरा और चेपड़ों अशासकीय इंटर कॉलेज में 13 पदों के लिए शिक्षकों की नियुक्तियां हुई थी. जिसमें प्रवक्ता और एलटी पद पर हुई नियुक्तियों में नियमों को नजरअंदाज किया गया है. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने शिक्षा विभाग से जुड़े अन्य लोगों के पाल्यों को नियुक्ति देने के लिए वरिष्ठताक्रम को नजरअंदाज किया है.

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जिला पंचायत की त्रैमासिक बैठक में हंगामा.
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बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी ललित मोहन चमोला ने कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया में शासन के नियमों का पालन किया गया है. इस जवाब से सदस्य संतुष्ट नहीं हुए और जमकर हंगामा किया. हंगामा बढ़ता देख जिला पंचायत उपाध्यक्ष लखपत बुटोला ने मामले को गंभीर बताते हुए जांच करने की बात कही.


वहीं, मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हंसादत्त पांडे का कहना है कि सदन में कुछ सदस्यों ने अशासकीय विद्यालयों में नियुक्ति को लेकर गंभीर आरोप लगाये हैं. इसके लिए जांच कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए गये हैं.



स्लग - भ्रष्टाचार का आरोप।
रिपोर्ट -  लक्ष्मण राणा-चमोली /उत्तराखंड।
एंकर - अशासकीय विद्यालयों में नियुक्ति को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी जांच के घेरे में हैं । यहां  हुई नियुक्ति में मुख्य शिक्षा अधिकारी की दो पुत्रियों सहित शिक्षा विभाग के कुछ अन्य कर्मचारियों के रिस्तेदारो को नियुक्ति मिली।जिला पंचायत की बैठक में मामला सार्वजनिक होने के बाद सीडीओ ने जांच कमेटी बैठाई है ।

बीओ - जिला पंचायत की त्रैमासिक बैठक में अशासकीय विद्यालयों में नियुक्ति  पर हुई धाधली को लेकर  जमकर हंगामा हुआ। सदस्यों ने नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कई सीटों पर शिक्षा विभाग में तैनात अधिकारी व अन्य कर्मचारियों के पाल्यों को तैनाती की गई। जिला पंचायत अध्यक्ष के निर्देशों के बाद सीडीओ ने मामले में उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है।  शिक्षा विभाग पर चर्चा के दौरान अशासकीय विद्यालयों में हुई शिक्षकों की तैनाती को लेकर नियमों को नजरअंदाज करने पर जमकर हंगामा हुआ। जिला पंचायत सदस्य प्रदीप बुटोला ने सदन को अवगत कराया कि जिले में सलूड़ डुंगरा व चेपड़ों अशासकीय इंटर कॉलेज में 13 पदों के लिए शिक्षकों की नियुक्तियां हुई। प्रवक्ता व एलटी पद पर हुई इन नियुक्तियों में नियमों को नजरअंदाज किया गया। एक शिक्षा अधिकारी की पुत्री व शिक्षा विभाग से जुड़े कुछ अन्य लोगों के पाल्यों को नियुक्ति देने के लिए वरिष्ठताक्रम को नजरअंदाज किया गया। मामले में मुख्य शिक्षा अधिकारी ललितमोहन चमोला का कहना था कि नियुक्ति प्रक्रिया में शासन के नियमों का पालन किया गया है। शिक्षा अधिकारी के जवाब से सदस्य संतुष्ट नहीं हुए हंगामा बढ़ते देख जिला पंचायत उपाध्यक्ष लखपत बुटोला ने मामले को गंभीर बताते हुए जांच की आवश्यकता बताई। सदन में प्रभारी जिलाधिकारी सीडीओ हंसादत्त पांडे ने नियुक्ति प्रक्रिया की जांच कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए।

बाइट -  हंसादत्त पांडे - सीडीओ



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