गैरसैंण: विकासखंड गैरसैंण में खंसर घाटी के सुदूरवर्ती गांव नैल-देवपुरी में शनिवार को जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में बहुउदेशीय शिविर आयोजित किया गया. शिविर में क्षेत्रीय जनता ने 133 समस्याएं दर्ज की गई. जिसमें से कुछ समस्याओं का जिलाधिकारी ने मौके पर ही निस्तारण किया. विभागीय स्टॉलों के माध्यम से शिविर में तमाम प्रमाण पत्र जारी करने के साथ ही क्षेत्रवासियों को जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी गयी.
कुमाऊं सीमा से सटे नैल-खन्सर में आयोजित बहुउदेशिय शिविर में जिला अधिकारी हिमांशु खुराना ने अधीनस्थ अधिकारीयों को प्राथमिकता के आधार पर जन समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए. उन्होंने कहा बज़ट प्रावधान से संबंधित अथवा वे योजनाएं जो राज्य सरकार से अनुमोदन कि प्रत्याशा में लंबित हैं, उनके अनुमोदन व वित्तीय स्वीकृति के लिए प्रयास किये जायेंगे, ताकि जनोपयोगी योजनाओं को त्वरित गति दी जा सके.शिविर में मौजूद अधिकारियों को चेतावनी देते हुए जिलाधिकारी ने कहा किसी प्रकार की हिला-हवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
राजकीय इंटर कालेज नैल-खनसर के प्रांगण में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी व बिजली से संबंधित समस्याएं प्रमुखता से रखी. जिला पंचायत सदस्य अवतार सिंह पुंडीर ने शिक्षा विभाग पर तंज कसा. उन्होंने कहा 60 छात्र संख्या पर एकल अध्यापक की तैनाती है, ज़बकि 8 छात्रों पर 2 शिक्षक नियुक्त हैं. उन्होंने व्यवस्था को बदले जाने की जरूरत है. चौखुटिया -पालिङ्गवाड़ी मार्ग की बदहाली, कुसरानी -लामबगड, धारगट, तेवाखर्क सड़क निर्माण के साथ हीं चार दशक में भी बीएमबी मोटर मार्ग को बिनायक धार-कशबीनगर तक नहीं जोड़े जाने पर आश्चर्य जताया.
पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य हरेंद्र कण्डारी ने शिविर के आयोजन पर प्रश्न खड़ा करते हुए कहा पूर्व शिविरों में सामने आई समस्याओं के समाधान कि दिशा में कार्यवाही नहीं किये जाने के कारण आम जन उदासीनता नजर आ रहे हैं. तमाम कुर्सियां खाली पड़ी हैं. उन्होंने गाजियाबाद -पथरकट्टा मोटर सड़क निर्माण, स्युणी तल्ली को पृथक विद्युत फीडर दिए जाने कि मांग की.