चमोली: बदरीनाथ हाईवे पर ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत भू-स्खलन क्षेत्र पातालगंगा में निर्माणाधीन टनल का कार्य जोरों पर है. मौसम ने साथ दिया तो साल 2021 से बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब यात्रा शुरू हो जाएगी. साथ ही सेना और आम वाहनों की आवाजाही इसी टनल से होगी.
बदरीनाथ हाईवे धार्मिक के साथ ही सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. बदरीनाथ हाईवे चीन सीमा क्षेत्र को जोड़ता है. जिसे देखते हुए केंद्र सरकार हाईवे के चौड़ीकरण और सुधारीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है. पीपलकोटी से लगभग आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित भू-स्खलन जोन पातालगंगा में भू-स्खलन रोकने के लिए 85 मीटर लंबी टनल का निर्माण किया जा रहा है. इससे तीर्थ यात्रियों के साथ ही सेना के जवानों की राह आसान हो जाएगी. इन दिनों पातालगंगा क्षेत्र में टनल निर्माण का कार्य जोरों पर है.
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एनएचआईडीसीएल के एमडी एमएल खाती का कहना है कि भू-स्खलन क्षेत्र पातालगंगा में बारिश के दिनों में हर साल आवाजाही में बाधा आती है. जिसको देखते हुए इस क्षेत्र में 85 मीटर लंबी टनल का निर्माण किया जा रहा है. आगामी साल के शुरुआत में टनल का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा.