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दुर्लभ भोजपत्र से बनी राखियों से सजेगी भाइयों की कलाई, पहाड़ी महिलाओं का ये हुनर देख पीएम मोदी भी कह चुके हैं वाह! - भोजपत्र पर बदरीनाथ आरती

Bhojpatra Rakhi हाल ही में पीएम मोदी ने चमोली की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की भोजपत्र पर लिखी बदरीनाथ की आरती की तारीफ की थी. अब तारीफ के बाद चमोली में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने भोजपत्र की राखियां बनाई हैं.

Rakhi made of Bhojpatra
भोजपत्र से बनी राखी
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 23, 2023, 5:55 PM IST

Updated : Aug 25, 2023, 4:31 PM IST

भाइयों की कलाई पर सजेगी भोजपत्र की राखियां

चमोलीः उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पेड़ों की छालों से निकलने वाला भोजपत्र का बड़ा ही पौराणिक एवं धार्मिक महत्व है. भोजपत्र का उपयोग पारंपरिक रूप से धर्म ग्रंथों और पवित्र ग्रंथों को लिखने के लिए कागज के तौर पर किया जाता रहा है. भाई-बहनों के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन पर इस बार भाइयों की कलाई दुर्लभ भोजपत्र से बनी खास राखियों से सजेगी.

जनपद चमोली में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने इस बार हिमालय के दुर्लभ भोज वृक्ष की छाल से बने भोजपत्र से आकर्षक राखियां तैयार की हैं. समूह की महिलाओं के द्वारा 24 अगस्त से सभी ब्लॉकों में स्टॉल लगाकर भोजपत्र से निर्मित इन खास राखियों का विपणन किया जाएगा.

Rakhi made of Bhojpatra
भोजपत्र से बनी खास राखियों को ग्रामीण महिलाओं ने बनाया है.

भोजपत्र के पौराणिक एवं धार्मिक महत्व को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में एनआरएलएम समूह की महिलाओं को दुर्लभ भोजपत्र पर कैलीग्राफी का प्रशिक्षण दिया गया था. प्रशिक्षण लेकर महिलाओं ने भोजपत्र पर बदरीनाथ की आरती, बदरीविशाल के श्लोक, भोजपत्र की माला और कई तरह के चित्र एवं लिखित सोविनियर तैयार की. इन कलाकृतियों को हिलान्स आउटलेट्स और विभिन्न चैनलों के माध्यम से विपणन कर महिलाएं अच्छी आजीविका अर्जित कर रही हैं.
ये भी पढ़ेंः Mann Ki Baat: भोजपत्र के उत्पादों को लेकर PM मोदी ने फिर की चमोली की महिलाओं की तारीफ, कहा-जरूर खरीदें यहां के लोकल उत्पाद

इसी कड़ी में जिला प्रशासन द्वारा समूह की महिलाओं को रक्षाबंधन पर खास राखी तैयार करने के लिए प्रेरित किया गया. महिलाओं ने दुर्लभ भोजपत्र और वैजयंती माला से बेहद आकर्षक और ईको फ्रेंडली राखियां तैयार की गई हैं. महिला समूहों के स्टॉलों पर भोजपत्र से निर्मित ये खास राखियां उपलब्ध हैं.

Rakhi made of Bhojpatra
पेड़ों की छालों से निकलता है भोजपत्र.

पूर्व में माणा और नीती घाटी की महिलाओं के द्वारा भोजपत्र से बने उत्पाद और एक भोजपत्र पर लिखे बदरीनाथ की आरती वाला स्मृति पत्र भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट किया था. जिसकी प्रधानमंत्री ने भूरी-भूरी प्रसंसा कर अपने मन की बात एपिसोड में भी भोजपत्र से बनी वस्तुओं का जिक्र किया था.
ये भी पढ़ेंः नीति माणा की महिलाओं ने पीएम मोदी को कहा 'THANK YOU', भोजपत्र पर लिखी बदरीनाथ की आरती भेजी

भाइयों की कलाई पर सजेगी भोजपत्र की राखियां

चमोलीः उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पेड़ों की छालों से निकलने वाला भोजपत्र का बड़ा ही पौराणिक एवं धार्मिक महत्व है. भोजपत्र का उपयोग पारंपरिक रूप से धर्म ग्रंथों और पवित्र ग्रंथों को लिखने के लिए कागज के तौर पर किया जाता रहा है. भाई-बहनों के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन पर इस बार भाइयों की कलाई दुर्लभ भोजपत्र से बनी खास राखियों से सजेगी.

जनपद चमोली में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने इस बार हिमालय के दुर्लभ भोज वृक्ष की छाल से बने भोजपत्र से आकर्षक राखियां तैयार की हैं. समूह की महिलाओं के द्वारा 24 अगस्त से सभी ब्लॉकों में स्टॉल लगाकर भोजपत्र से निर्मित इन खास राखियों का विपणन किया जाएगा.

Rakhi made of Bhojpatra
भोजपत्र से बनी खास राखियों को ग्रामीण महिलाओं ने बनाया है.

भोजपत्र के पौराणिक एवं धार्मिक महत्व को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में एनआरएलएम समूह की महिलाओं को दुर्लभ भोजपत्र पर कैलीग्राफी का प्रशिक्षण दिया गया था. प्रशिक्षण लेकर महिलाओं ने भोजपत्र पर बदरीनाथ की आरती, बदरीविशाल के श्लोक, भोजपत्र की माला और कई तरह के चित्र एवं लिखित सोविनियर तैयार की. इन कलाकृतियों को हिलान्स आउटलेट्स और विभिन्न चैनलों के माध्यम से विपणन कर महिलाएं अच्छी आजीविका अर्जित कर रही हैं.
ये भी पढ़ेंः Mann Ki Baat: भोजपत्र के उत्पादों को लेकर PM मोदी ने फिर की चमोली की महिलाओं की तारीफ, कहा-जरूर खरीदें यहां के लोकल उत्पाद

इसी कड़ी में जिला प्रशासन द्वारा समूह की महिलाओं को रक्षाबंधन पर खास राखी तैयार करने के लिए प्रेरित किया गया. महिलाओं ने दुर्लभ भोजपत्र और वैजयंती माला से बेहद आकर्षक और ईको फ्रेंडली राखियां तैयार की गई हैं. महिला समूहों के स्टॉलों पर भोजपत्र से निर्मित ये खास राखियां उपलब्ध हैं.

Rakhi made of Bhojpatra
पेड़ों की छालों से निकलता है भोजपत्र.

पूर्व में माणा और नीती घाटी की महिलाओं के द्वारा भोजपत्र से बने उत्पाद और एक भोजपत्र पर लिखे बदरीनाथ की आरती वाला स्मृति पत्र भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट किया था. जिसकी प्रधानमंत्री ने भूरी-भूरी प्रसंसा कर अपने मन की बात एपिसोड में भी भोजपत्र से बनी वस्तुओं का जिक्र किया था.
ये भी पढ़ेंः नीति माणा की महिलाओं ने पीएम मोदी को कहा 'THANK YOU', भोजपत्र पर लिखी बदरीनाथ की आरती भेजी

Last Updated : Aug 25, 2023, 4:31 PM IST
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