चमोली: पहाड़ी क्षेत्रों में काश्तकारों के लिए कीवी उत्पादन नई उम्मीद लेकर आया है. कीवी के उत्पादन के लिए जनपद की जलवायु एवं मिट्टी उपयुक्त है और जंगली जानवर भी कीवी फल को कोई नुकसान नही पहुंचाते हैं. इन दिनों चमोली में फलों की खेती करने वाले काश्तकार उद्यान विभाग के सहयोग से कीवी के फलों का उत्पादन कर रहे हैं.
पहाड़ों में कीवी की अच्छी पैदावार भी हो रही हैं. चमोली के मंडल, सोनला बछेर, गौचर में किसान अच्छी मात्रा में कीवी का उत्पादन कर रहे हैं. किसानों को कीवी की फसल बेचकर अच्छे दाम मिलने की उम्मीद हैं. कीवी फल में कई एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. इस कारण यह सेहत के लिए बहुत लाभकारी है. बाजार में काश्तकारों को इसके अच्छे दाम प्राप्त होते हैं.
चमोली उद्यान विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कीवी विपणन से कृषकों की आर्थिकी में वृद्वि हो रही है. जिला उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह ने बताया कि जिले में कीवी बागवानी को बढ़ावा देने के लिए उद्यान विभाग के माध्यम से 8,355 कीवी पौधों का रोपण कर 761 किसानों को लाभान्वित किया गया. अभी कीवी के पौधों से 10 से 12 क्विंटल कीवी उत्पन्न होने के आसार हैं. काश्तकार भी कीवी की खेती करने के बाद अच्छी पैदावार होने से काफ़ी ख़ुश हैं.