चमोलीः मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Chief Election Commissioner Rajeev Kumar) 18 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर चमोली जिले में स्थित उत्तराखंड के सबसे दूरस्थ मतदान केंद्र दुमक और कलगोथ (Dumak and Kalgoth remote polling stations in Uttarakhand) गांव पहुंचे हैं. यहां तक पहुंचने के लिए मतदान दलों को 3 दिन पैदल चलना पड़ता है. सीएसी ने इस बूथ तक खुद जाने का निर्णय लिया और पैदल ही चल पड़े. दूसरी तरफ किमाणा और डुमक गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनका फूल-मालाओं से स्वागत किया.
सीईसी राजीव कुमार का कहना है कि दुमक गांव में यह मतदान केंद्र दूरस्थ स्थान पर है. मैं उन मतदान कार्यकर्ताओं को प्रेरित करना चाहता हूं जिन्हें हर चुनाव से पहले ऐसे क्षेत्रों में पहुंचने के लिए लगभग तीन दिन लग जाते हैं. सीईसी ने गांव में मतदाताओं का भी हौसला बढ़ाया. सीईसी का कहना था कि जम्मू-कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, उत्तराखंड में बूथों तक पहुंचना एक मुश्किल काम है, लेकिन सभी बाधाओं को हराकर चुनाव अधिकारी मतदान से 3 दिन पहले बूथों पर पहुंच जाते हैं.
सीईसी ने कहा कि विषम परिस्थितियों के बावजूद इस पोलिंग बूथ पर 80 प्रतिशत तक मतदान होता है. यह उन मतदाताओं के लिए संदेश है, जो शहर में रहकर भी वोट डालने नहीं पहुंचते हैं. सीईसी राजीव कुमार अभी फिलहाल कई दूरस्थ मतदान केंद्रों का दौरा करेंगे. उन्होंने सभी दूरस्थ क्षेत्रों में मतदाताओं की आवश्यकताओं को पूरा करने की बात कही.