चमोली: आगामी 30 अप्रैल को भू-बैकुंठ भगवान बदरीनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे. कपाट ब्रह्म मुहूर्त में प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे. जिसको लेकर सीमा सड़क संगठन ने बदरीनाथ हाईवे पर हनुमान चट्टी से बदरीनाथ धाम तक सड़क पर जमी 8 फिट मोटी बर्फ को काट कर वाहनों की आवाजाही के लायक बना दिया है. आईटीबीपी और सेना के वाहन अब जवानों के लिए जरूरतों का सामान लेकर माणा तक पहुंच रहे हैं. हालांकि सड़क के दोनों ओर कहीं कहीं अभी भी बर्फ की ऊंची-ऊंची दीवारें खड़ी हैं, जिनको बीच से काटकर रास्ता बनाया जा रहा है.
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बीते दिसम्बर और जनवरी माह में हुई भारी बर्फबारी के बाद अभी भी बदरीनाथ धाम में करीब 7 से 8 फिट तक बर्फ जमी हुई है. पुलिस थाना बदरीनाथ से लेकर पूरा आस्था पथ व मंदिर परिसर बर्फ की मोटी चादर से ढका हुआ है. अलकनंदा नदी पर बदरीनाथ धाम को जोड़ने वाले पुल पर भी करीब डेढ़ फीट तक बर्फ जमी हुई है. धाम में भारी बर्फबारी होने के चलते यहां दुकानों और विद्युत लाइनों को भी भारी क्षति पहुंची है.
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बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने से करीब 20 दिन पूर्व मंदिर समिति के कर्मचारी और प्रशासन की टीम धाम में मंदिर परिसर से बर्फ हटाने के लिए पहुंच जाएगी, साथ ही हनुमान चट्टी से बदरीनाथ पुलिस थाने को भी धाम स्थित थाने के भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा, जिसके बाद धाम पहुंचने वाले स्थानीय व्यवसायियों को अपनी दुकानों को ठीक करने आने जाने के लिए हनुमान चट्टी में पुलिस की कोई रुकावट आड़े नहीं आएगी. बता दें कि शीतकाल के दौरान भगवान बदरीनाथ के कपाट बंद हो जाने के बाद हनुमान चट्टी से आगे सेना, आईटीबीपी और पुलिस के अलावा किसी भी आम आदमी को बगैर अनुमति के धाम में रुकने या जाने की परमिशन नहीं होती है.