चमोलीः सूर्यग्रहण के बाद सूतक काल खत्म होने पर दोपहर एक बजकर 55 मिनट पर भगवान बदरी विशाल के कपाट फिर से खोल दिए गए हैं. इससे पहले मंदिर परिसर को साफ किया गया और हवन कर भगवान विष्णु की महाभिषेक पूजा की गई. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने भगवान के दर्शन किए.
बता दें कि, बीती देर रात 10 बजे से सूर्य ग्रहण का सूतक काल शुरू होने के बाद भगवान बदरी विशाल के कपाट बंद कर दिए गए थे. आज दोपहर 1 बजकर 55 मिनट पर जब ग्रहण समाप्त हुआ. जिसके बाद मंदिर की साफ-सफाई कर कपाट खोल दिए गए. भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर माणा और बामणी गांव के स्थानीय लोगों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए.
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सूर्य ग्रहण भले ही खगोलीय घटना हो, लेकिन धर्म-ज्योतिष और विज्ञान में इसके अपने मायने होते हैं. ग्रहण काल में मंदिरों में पूजा-पाठ समेत सभी धार्मिक कार्यक्रम नहीं किए जाते हैं और मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. वहीं, सूर्य ग्रहण के दौरान दिल्ली समेत देश के कई शहरों में दिन में ही अंधेरा छा गया. बादलों की वजह से कुछ जगहों पर सूर्य ग्रहण देखना मुश्किल हुआ.