चमोली: जिले में बीते देर रात हुई भारी बारिश से बदरीनाथ हाईवे कई स्थानों पर मलबा और बोल्डर गिरने से बाधित हो गया है. जिससे देर रात ही बदरीनाथ आने-जाने वाले तीर्थयात्री अपने वाहनों के साथ हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं. वही टंगड़ी गांव के पास एक बोलेरो वाहन मलबे में फंस गया है, चालक ने बमुश्किल गाड़ी से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई.
गौर हो कि जिले में बारिश लोगों पर आफत बनकर टूट रही है.वहीं नाला, पागलनांला, लामबगड़, पीपलकोटी, टंगड़ी,छिनका, लंगासू, बाबा आश्रम कर्णप्रयाग में भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा आने से बाधित हो गया था. जिसके बाद एनएच के द्वारा लामबगड, कंचनगंगा, छिनका, कर्णप्रयाग, लंगासू मार्ग खोल दिए हैं. अभी भी हाईवे पीपलकोटी और टंगड़ी में अवरुद्ध चल रहे हैं. चमोली थाना पुलिस ने बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-7 पर ऑल वेदर सड़क निर्माण कर रही कंपनी के परियोजना प्रबंधक के खिलाफ पीपलकोटी में मलबा आने के बाद हाईवे समय पर नहीं खोले जाने पर आपदा प्रबंधन एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है.
वहीं मलारी से 9 किलोमीटर आगे भारत-चीन सीमा को जाने वाली बॉर्डर सड़क पर एक वैली ब्रिज नदी के तेज बहाव के कारण खतरे की जद में आ गया हैं. बीआरओ के कमांडर कर्नल अंकुर महाजन ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है, वो स्वयं निरीक्षण के लिए मौके पर जा रहे हैं. बता दें कि प्रदेश में बारिश लोगों पर आफत बनकर टूट रही है. वहीं भारी बारिश से कई संपर्क मार्ग मलबा और बोल्डर गिरने से बाधित हो रहे हैं. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.