ETV Bharat / state

बदरीनाथ: गुस्साए कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं के लिए दर्शन किए बंद, नहीं लगा भगवान को भोग

मंदिर परिसर में एसडीएम ने समिति के सीईओ के साथ अभ्रदता की. जिसके बाद कर्मचारी आक्रोशित हो गए और एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. इस दौरान दो घंटे तक श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के दर्शन नहीं कर पाए.

एसडीएम की सीईओ के साथ अभ्रदता के बाद धरने पर बैठे कर्मचारी.
author img

By

Published : May 23, 2019, 3:24 PM IST

Updated : May 24, 2019, 7:56 AM IST

चमोली: बदरीनाथ धाम से एक बड़ी खबर समाने आई है. मंदिर परिसर में एसडीएम ने मंदिर समिति के सीईओ के साथ अभ्रदता की. जिसके बाद समिति के कर्मचारी आक्रोशित हो गए और एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. इस दौरान दो घंटे तक श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के दर्शन नहीं कर पाए. हालांकि, इसके बाद एसडीएम ने अभद्रता के लिए मंदिर समिति कर्मचारियों को लिखित में माफीनामा दिया. जिसके बाद श्रद्धालु भगवान का दर्शन कर सके.

जानकारी देते मोहन प्रसाद थपलियाल.

बता दें कि गुरुवार सुबह करीब 11 बजकर 30 मिनट पर मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह और एसडीएम वैभव गुप्ता के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई. बताया जा रहा है कि एसडीएम ने मंदिर समिति के सीईओ पर अभद्र शब्दों का प्रयोग किया. जिसे लेकर मंदिर समिति के कर्मचारी आक्रोशित हो गए और कर्मचारियों ने मंदिर में श्रदालुओं के दर्शन बंद करावा दिए.

पढ़ें- बदरीनाथ के विकास के लिए इशारों ही इशारों में पीएम मोदी कह गए बड़ी बात

वहीं, मंदिर समिति के कर्मचारी एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मंदिर परिसर में ही धरने पर बैठ गए. जिसके चलते मंदिर में भगवान को दोपहर 12 बजे लगने वाला भोग भी 2 घंटे की देरी से लगा. मामले की गंभीरता को देखते हुए बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया को मामले की जानकारी दी और ये विवाद जल्द निपटाने को अपील की.

वहीं, इस मामले में जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद एसडीएम वैभव गुप्ता में अपने व्यवहार के लिए लिखित रूप में मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह से माफी मांगी. जिसके बाद कर्मचारियों ने अपना धरना समाप्त किया और करीब 2 बजे भगवान बदरी विशाल को भोग लगाया. जिसके बाद श्रद्धालुओं के लिए भगवान बदरी विशाल का दर्शन पुन: शुरू हो गया.

बदरीनाथ: गुस्साए कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं के लिए दर्शन किए बंद, नहीं लगा भगवान को भोग

चमोली: बदरीनाथ धाम से एक बड़ी खबर समाने आई है. मंदिर परिसर में एसडीएम ने मंदिर समिति के सीईओ के साथ अभ्रदता की. जिसके बाद समिति के कर्मचारी आक्रोशित हो गए और एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. इस दौरान दो घंटे तक श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के दर्शन नहीं कर पाए. हालांकि, इसके बाद एसडीएम ने अभद्रता के लिए मंदिर समिति कर्मचारियों को लिखित में माफीनामा दिया. जिसके बाद श्रद्धालु भगवान का दर्शन कर सके.

जानकारी देते मोहन प्रसाद थपलियाल.

बता दें कि गुरुवार सुबह करीब 11 बजकर 30 मिनट पर मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह और एसडीएम वैभव गुप्ता के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई. बताया जा रहा है कि एसडीएम ने मंदिर समिति के सीईओ पर अभद्र शब्दों का प्रयोग किया. जिसे लेकर मंदिर समिति के कर्मचारी आक्रोशित हो गए और कर्मचारियों ने मंदिर में श्रदालुओं के दर्शन बंद करावा दिए.

पढ़ें- बदरीनाथ के विकास के लिए इशारों ही इशारों में पीएम मोदी कह गए बड़ी बात

वहीं, मंदिर समिति के कर्मचारी एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मंदिर परिसर में ही धरने पर बैठ गए. जिसके चलते मंदिर में भगवान को दोपहर 12 बजे लगने वाला भोग भी 2 घंटे की देरी से लगा. मामले की गंभीरता को देखते हुए बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया को मामले की जानकारी दी और ये विवाद जल्द निपटाने को अपील की.

वहीं, इस मामले में जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद एसडीएम वैभव गुप्ता में अपने व्यवहार के लिए लिखित रूप में मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह से माफी मांगी. जिसके बाद कर्मचारियों ने अपना धरना समाप्त किया और करीब 2 बजे भगवान बदरी विशाल को भोग लगाया. जिसके बाद श्रद्धालुओं के लिए भगवान बदरी विशाल का दर्शन पुन: शुरू हो गया.

Intro:Body:

चमोली: बदरीनाथ धाम से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां मंदिर समिति के कर्मचारियों ने नाराज होकर श्रद्धालुओं को दर्शन से रोक दिया. हालांकि प्रशासन के समझाने के बाद कर्मचारी माने और दो घंटे बाद दर्शन फिर से शुरू हुआ.

मंदिर समिति का आरोप है कि मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह से एसडीएम जोशीमठ ने अभद्रता की. साथ ही उनके लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया. घटना के बाद नाराज कर्मचारियों ने बदरीनाथ धाम में दर्शन को रोक दिया. वहीं 12 बजे भगवान बदरी को लगाया  जाने वाला भोग भी नहीं लगा. मुख्य पुजारी रावल और मंदिर समिति के कर्मचारियों के विरोध के बाद एसडीएम जोशीमठ वैभव गुप्ता ने लिखित में माफी मांगी. तब जाकर उनका गुस्सा शांत हुआ. करीब दो घंटे के बाद बदरीनाथ मंदिर को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोला गया.


Conclusion:
Last Updated : May 24, 2019, 7:56 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.