गैरसैंण: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के 30 नवंबर 2023 तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देशों का लोकनिर्माण विभाग गैरसैंण व पीएमजीएसवाई पर कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है. दरअसल उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के मुख्य चौराहे से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,लोकनिर्माण विभाग कार्यालय,डाकबंगला और एसडीएम आवास होते हुए गढ़वाल मंडल विकास निगम तक जानी वाली सड़कों की स्तिथि बद से बदत्तर हो चुकी है, लेकिन लोकनिर्माण विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे पा रहा है.
राहगीरों को अनहोनी का खतरा: बता दें कि ज्याणा गांव निवासी करगिल शहीद कृपाल सिंह रावत के गांव जाने वाली सड़क (धुनारघाट से गांवली, डुंगरी,पज्याणा,मटकोट,बाटाधार मोटर मार्ग) और बासीसेम निवासी करगिल शहीद रणजीत सिंह मोटर मार्ग (आगरचट्टी से जिनगोड़,कोयलख,बोखनारा मोटर मार्ग) पूरी तरह से गड्ढे में तब्दील हो गए हैं. जिससे राहगीरों को हमेशा कोई न कोई अनहोनी होने का खतरा बना रहता है.
स्वीकृति के इंतजार में सड़कें: दर्जनों गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ने की वर्षों पुरानी मांगों में शामिल सिलंगा ग्राम पंचायत के घंन्यालीगांव,रोहिडा के देवठांग,रोहिड़ा जीआईसी से बाटाधार,गौल से कडपतियाखाल संपर्क मार्ग,लखेडी-भेडियाना से इंटर कॉलेज रोहिडा,रंगचौणा ग्राम पंचायत के सरोवर गांव,खात्रियाणा से सिंटोली की सड़क और खनसर देवपुरी से कसबीनागर तलवाड़ी, कुनिगाड़ कोठा से गोगनानी सड़क स्वीकृति के इंतजार में वर्षों से लटकी हुई है. इन मामलों में कहीं वन विभाग की स्वीकृति का इंतजार तो कहीं प्रारंभिक स्वीकृति के स्तर पर ही फाइलें अटकी हुई हैं.
मोटर मार्गों को किया जा चुका गड्ढा मुक्त: अधिशासी अभियंता जगदीश प्रसाद थपलियाल ने कहा कि जो टारगेट विभाग द्वारा तय किये गये थे, उन सभी मोटर मार्गों को गड्ढा मुक्त किया जा चुका है. जिन मोटर मार्गों के डामरीकरण के इस्टीमेट शासन को भेजे गए हैं, उन मोटर मार्गों पर कार्य होना शेष है. उन्होंने कहा कि कुछ मोटर मार्गों के डामरीकरण व टाइल निर्माण कार्य की स्वीकृति शासन स्तर से प्रदान होने वाली है. जिस कारण कतिपय मोटर मार्गों पर कार्य शुरू नहीं करवाया जा सका है. वहीं, पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता शशांक कुमार सिंह ने इस संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी होने व देने से इनकार कर दिया है.
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पगडंडियों का सहारा ले रहे लोग: वर्षों से सड़कों के अधूरे निर्माण से ग्रामीणों को सड़कों का वास्तविक लाभ नहीं मिल पा रहा है. जिनमें गैरसैंण से रिखोली,डिग्री कॉलेज मोटर मार्ग पर पुलिया निर्माण व डामरीकरण, सिलंगा मोटर मार्ग पर पुलिया निर्माण व डामरीकरण,मालकोट तेवाखर्क सड़क का 2 सालों से अधूरा पड़ा कटिंग कार्य पूरा नहीं हो पाया है. जिसके चलते ग्रामीणों को आवागमन के लिए पुरानी टुटी हुई पगडंडियों का सहारा लेना पड़ रहा है.
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