चमोली: डीएम आवास के पास शहीद पार्क में तैनात 3 वर्षों के लिए निलंबित होमगार्ड सुरेंद्र लाल के मामले में डीएम चमोली का पक्ष भी सामने आया है. वहीं, एडीसी होमगार्ड दीपक भट्ट भी अब इस मामले में अपने बयानों से पलट गए हैं. उन्होंने कहा मामले में मीडियाकर्मियों ने जबरदस्ती उनसे बाइट ली थी.
मामले में चमोली डीएम स्वाति एस भदौरिया ने वीडियो जारी कर कहा निलंबित होमगार्ड के द्वारा लगाया गया यह आरोप निराधार है कि लाकडाउन के दौरान पार्क में डीएम के बेटे को नहीं जाने देने पर उनका निलंबन किया गया है. उन्होंने कहा घटना 5 अप्रैल की है, तब कोई लॉकडाउन नहीं था.
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कुछ बच्चों के परिजन शिकायत लेकर उनके पास आये थे. जिसमें बताया गया कि पार्क में तैनात होमगार्ड जवान सुरेंद्र लाल पार्क में आने वालों को डंडों से पीटता है. जिसका संज्ञान लेते हुए लिखित रूप में उक्त होमगार्ड को 3 वर्ष तक ड्यूटी से मुक्त रखने का आदेश जारी किया गया. उन्होंने कहा बगैर मेरा पक्ष जाने मीडिया में वीडियो प्रसारित किया गया.
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वहीं, अब एडीसी होमगार्ड दीपक भट्ट भी अपने बयानों से पलट गए हैं. उन्होंने भी एक वीडियो जारी कर कहा कि जब यह मामला हुआ तब वे कुंभ ड्यूटी में तैनात थे. उक्त होमगार्ड की ड्यूटी शहीद पार्क में थी. होमगार्ड के द्वारा पार्क में आने जाने वाले बच्चों और परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया. परिजनों की शिकायत पर होमगार्ड को 3 वर्षों के लिए ड्यूटी से मुक्त रखा गया है. साथ ही पूर्व में उक्त होमगार्ड जवान आबकारी एक्ट 60 की कार्रवाई होने पर भी निलंबित हो चुका है.
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अब एडीसी होमगार्ड का कहना है कि मीडियाकर्मियों के द्वारा बुधवार को जबरदस्ती उनसे बाइट ली गई थी, जबकि उन्होंने निलंबन का आदेश देखा ही नहीं था. बुधवार को ही खबर के साथ ही मीडिया चैनलों में आदेश की प्रति भी दिखाई गई. जिसे एडीसी होमगार्ड के द्वारा ही मीडिया को उपलब्ध करवाया गया था.