चमोली: बदरीनाथ वन प्रभाग की सीमा के अंतर्गत देवाल विकासखंड के वाण गांव में 50 से अधिक हरे पेड़ काटने का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक ये पेड़ वाण गांव के ही कुछ ग्रामीणों के द्वारा वन भूमि पर कब्जा जमाने के लिए काटे गए हैं. एक माह पूर्व 50 से अधिक हरे पेड़ काटे जाने के बावजूद भी वन महकमा आंखें मूंदकर बैठा हुआ है. वहीं उप वन संरक्षक अमित कंवर ने मामले की रिपोर्ट तलब की है.
जानकारी के अनुसार मामला एक माह पुराना बताया जा रहा है. जहां लाटू देवता मंदिर के आसपास 50 पेड़ों को काट दिया गया. इसमें इमारती लकड़ियों, बुरांस आदि के पेड़ शामिल थे. मामले को लेकर वन क्षेत्राधिकारी त्रिलोक बिष्ट से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वाण गांव में पेड़ काटे जाने का मामला संज्ञान में नहीं है. जबकि वाण गांव में पेड़ों की कटान को एक माह से अधिक समय बीत चुका है.
गांव के कुछ ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग के अधिकारी कभी गांव का दौरा नहीं करते हैं. जबकि पेड़ काटे जाने की सूचना गांव के वन विभाग द्वारा नियुक्त चौकीदार और वन उप निरीक्षक को भी थी. लेकिन ना तो उनके द्वारा कोई कार्रवाई की गई और ना ही उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया.
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वहीं पूरे मामले पर बदरीनाथ वन प्रभाग के उप वन संरक्षक अमित कंवर का कहना है कि मामला संज्ञान में आने के बाद देवाल क्षेत्र में तैनात वन विभाग के कर्मचारियों को तत्काल मौके पर भेजा गया है. साथ ही वाण गांव में काटे गए पेड़ों की रिपोर्ट मंगवाई गई है. जिसके बाद हरे पेड़ काटने पर दोषी पाए जाने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.