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यादों में 'प्रकाश': विशेष विमान से पिथौरागढ़ ले जाया गया पार्थिव शरीर, 'अपने नेता' को भावभीनी श्रद्धांजलि

देहरादून एसडीआरएफ मुख्यालय पर कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत को श्रद्धांजलि देने पहुंचे पक्ष-विपक्ष के नेता, बड़ी संख्या में लोगों ने नम आंखों किया नमन. मुख्यमंत्री ने दिया पंत के पार्थिव शरीर को कंधा.

प्रकाश पंत
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Published : Jun 8, 2019, 10:01 AM IST

Updated : Jun 8, 2019, 4:24 PM IST

देहरादूनः अमेरिका में प्रकाश पंत के कैंसर से निधन के बाद आज उनका पार्थिव शरीर देहरादून लाया गया. प्रकाश पंत का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए एसडीआरएफ मुख्यालय में रखा गया. जहां सीएम त्रिवेंद्र रावत के साथ प्रदेश के बड़े नेताओं ने श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सभी की आंखें नम नजर आई. यहां से प्रकाश पंत का पार्थिव शरीर विशेष विमान से पिथौरागढ़ ले जाया गया. पिथौरागढ़ के देवसिंह मैदान में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. दोपहर दो बजे रामेश्वर घाट में दिवंगत प्रकाश पंत का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.

SDRF मुख्यालय पर प्रकाश पंत को दी गई श्रद्धांजलि.

इससे पहले पंत का पार्थिव शरीर अमेरिका से विशेष विमान से नई दिल्ली पहुंचा. जहां से विशेष एयर एंबुलेंस से सुबह 10 बजे जॉलीग्रांट हवाई अड्डे पर लाया गया. पार्थिव शरीर हवाई अड्डे के पास एसडीआरएफ भवन में दर्शन के लिए रखा गया. बड़ी संख्या में लोग स्व. पंत को श्रद्धांजलि देने के लिए आए. हर दल के नेता, नौकरशाह, अधिकारी- कर्मचारी, भाजपा कार्यकर्ता, विधायक उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे.

उनकी अंतिम यात्रा में केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी समेत प्रदेश सरकार के कई मंत्री, पार्टी सांसद, विधायक व पार्टी पदाधिकारी शामिल हुये.

गौर हो कि प्रकाश पंत पिछले कुछ महीनों से कैंसर का इलाज करवा रहे थे. कुछ वक्त दिल्ली में इलाज के बाद वो अमेरिका चले गये थे. उनके भाई भूपेश पंत बताते हैं कि उनके भाई प्रकाश पंत आखिरी तक बार-बार यही कहते रहे कि अब वह बड़े अस्पताल में जा रहे हैं और जल्दी ही ठीक होकर अपने काम में जुट जाएंगे. भूपेश ने बताया कि दिल्ली तक उनकी जुबान पर उत्तराखंड के लिए काम करना और जल्दी ठीक होने की चमक दिखाई दे रही थी. लेकिन जैसे ही उन्होंने दिल्ली से अमेरिका के लिए उड़ान भरी वैसे ही उनकी तबीयत खराब होती चली गई. हालांकि, वे बताते हैं कि अमेरिका में इलाज के दौरान कुछ दिन उनकी हालत में सुधार आया था. लेकिन फिर उसके बाद अचानक उनकी तबीयत खराब होती चली गई, जिस वजह से उनका खाना-पीना और बोलना सब बंद हो गया था. प्रकाश पंत के भाई भूपेश पंत का कहना है कि भाई के चले जाने के बाद पूरा परिवार और वह खुद अपने आपको बिखरा हुआ महसूस कर रहे हैं.

देहरादूनः अमेरिका में प्रकाश पंत के कैंसर से निधन के बाद आज उनका पार्थिव शरीर देहरादून लाया गया. प्रकाश पंत का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए एसडीआरएफ मुख्यालय में रखा गया. जहां सीएम त्रिवेंद्र रावत के साथ प्रदेश के बड़े नेताओं ने श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सभी की आंखें नम नजर आई. यहां से प्रकाश पंत का पार्थिव शरीर विशेष विमान से पिथौरागढ़ ले जाया गया. पिथौरागढ़ के देवसिंह मैदान में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. दोपहर दो बजे रामेश्वर घाट में दिवंगत प्रकाश पंत का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.

SDRF मुख्यालय पर प्रकाश पंत को दी गई श्रद्धांजलि.

इससे पहले पंत का पार्थिव शरीर अमेरिका से विशेष विमान से नई दिल्ली पहुंचा. जहां से विशेष एयर एंबुलेंस से सुबह 10 बजे जॉलीग्रांट हवाई अड्डे पर लाया गया. पार्थिव शरीर हवाई अड्डे के पास एसडीआरएफ भवन में दर्शन के लिए रखा गया. बड़ी संख्या में लोग स्व. पंत को श्रद्धांजलि देने के लिए आए. हर दल के नेता, नौकरशाह, अधिकारी- कर्मचारी, भाजपा कार्यकर्ता, विधायक उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे.

उनकी अंतिम यात्रा में केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी समेत प्रदेश सरकार के कई मंत्री, पार्टी सांसद, विधायक व पार्टी पदाधिकारी शामिल हुये.

गौर हो कि प्रकाश पंत पिछले कुछ महीनों से कैंसर का इलाज करवा रहे थे. कुछ वक्त दिल्ली में इलाज के बाद वो अमेरिका चले गये थे. उनके भाई भूपेश पंत बताते हैं कि उनके भाई प्रकाश पंत आखिरी तक बार-बार यही कहते रहे कि अब वह बड़े अस्पताल में जा रहे हैं और जल्दी ही ठीक होकर अपने काम में जुट जाएंगे. भूपेश ने बताया कि दिल्ली तक उनकी जुबान पर उत्तराखंड के लिए काम करना और जल्दी ठीक होने की चमक दिखाई दे रही थी. लेकिन जैसे ही उन्होंने दिल्ली से अमेरिका के लिए उड़ान भरी वैसे ही उनकी तबीयत खराब होती चली गई. हालांकि, वे बताते हैं कि अमेरिका में इलाज के दौरान कुछ दिन उनकी हालत में सुधार आया था. लेकिन फिर उसके बाद अचानक उनकी तबीयत खराब होती चली गई, जिस वजह से उनका खाना-पीना और बोलना सब बंद हो गया था. प्रकाश पंत के भाई भूपेश पंत का कहना है कि भाई के चले जाने के बाद पूरा परिवार और वह खुद अपने आपको बिखरा हुआ महसूस कर रहे हैं.

Intro:अमेरिका में प्रकाश पंत के निधन के बाद आज उनके पार्थिव शरीर को देहरादून के एसडीआरएफ मुख्यालय में रखा जाएगा इसके लिए प्रशासन की तरफ से सभी तैयारियां कर दी गई हैं जबकि वीवीआईपी का श्रद्धांजलि देने के लिए आना भी शुरू हो गया है...


Body:एसडीआरएफ मुख्यालय पर प्रकाश पंत के पार्थिव शरीर को करीब 30 से 40 मिनट तक रखा जाएगा इस दौरान तमाम लोग उनको श्रद्धांजलि देंगे एसडीआरएफ मुख्यालय पर प्रकाश पंत को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा... फिलहाल नेता प्रतिपक्ष प्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत और राज्य मंत्री धन सिंह रावत और रेखा आर्य एसडीआरएफ मुख्यालय पर पहुंच चुके हैं जबकि इसके अलावा बाकी वीवीआईपी का भी पहुंचना जारी है


Conclusion:
Last Updated : Jun 8, 2019, 4:24 PM IST
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