देहरादूनः लोकसभा चुनाव सामने हैं और अब बड़े से लेकर छोटे नेता भी गलियों की खाक छानते नजर आएंगे लेकिन जनता का अपने सांसदों के प्रति क्या कहना है. हमने इस संबंध में जब छात्रों से टिहरी लोकसभा सीट के सांसद को लेकर सवाल पूछे, तो बहुत अजीबो-गरीब जवाब मिले.
सबसे पहले मनीष से बात की और पूछा कि क्या वह अपने सांसद को जानते हैं जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि वो आपने सांसद को नहीं जानते हैं. इसके बाद उनसे पूछा गया कि क्या उनके सांसद ने काम किया है. जिस पर उन्होंने कहा कि ऐसा काम तो कोई नहीं किया है लेकिन अपने खास का काम जरूर किया होगा.
इसके अलावा युवा शिवानी से जब पूछा गया कि टिहरी सांसद कौन हैं तो उन्होंने अपने सांसद की जगह हरिद्वार सांसद को ही अपना सांसद बता दिया. इसके अलावा सांसद के बारे में शिवानी को भी ज्यादा जानकारी नहीं थी. टिहरी लोकसभा क्षेत्र से ही आने वाले देहरादून निवासी रॉबिन सिंह भंडारी ने कहा कि उन्हें सांसद से कोई खास वास्ता नहीं पड़ा है और ना ही उन्हें सांसद से कोई उम्मीद है.
देहरादून के ही रहने वाले इंद्रदेव नौटियाल हमें ऐसे व्यक्ति मिले जो टिहरी लोकसभा सांसद माला राज लक्ष्मी को जानते हैं और वह काफी हद तक सांसद के कामों से संतुष्ट भी थे, लेकिन इसके साथ ही इंद्रदेव नौटियाल का यह भी कहना है कि विकास और कार्यों की जो रफ्तार होनी चाहिए वह रफ्तार सांसद की नहीं है.
इसके बाद टिहरी लोकसभा क्षेत्र के नैनबाग निवासी विपिन से बात की और उनसे पूछा कि क्या वह अपने सांसद को जानते हैं, तो विपिन ने बताया कि वह सांसद का नाम जानते हैं. बाकायदा उन्होंने सांसद का नाम भी लिया, लेकिन साथ ही विपिन ने यह भी बताया कि उन्होंने सांसद को ना तो कभी अपने क्षेत्र में देखा है और ना वह कभी उनके पास गए हैं.
इसके बाद अंतिम में टेहरी लोकसभा क्षेत्र के जौनपुर ब्लॉक से आने वाले युवा रमेश से बात की तो रमेश को भी सांसद का नाम मालूम नहीं था. रमेश को न ही सांसद का कार्यालय का पता मालूम था और ना ही कभी सांसद को आज तक देखा है. आम लोगों से की इस बातचीत में कुल मिलाकर यह सामने आया कि टिहरी लोकसभा सीट से सांसद माला राजलक्ष्मी का पब्लिक पर कितना प्रभाव है.
इतने लोगों से बात करने के बावजूद भी कुछ चंद लोग ही सांसद का नाम बता पाए और उनमें से भी अधिकतर लोगों का कहना है कि सांसद की जो जिम्मेदारी है वह बखूबी नहीं निभाई गई है.
अब ऐसे में एक बार फिर से जनता अपने लोकसभा क्षेत्र के सांसद का चुनाव करेगी लेकिन उसके बावजूद भी लोग अपने सांसद को कितना जान पाते हैं ये बड़ा सवाल है.