देहरादून: टिहरी जिले के नैनबाग इलाके में 9 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म मामले में आज दून मेडिकल कॉलेज की महिला विंग में राजपुर विधायक खजान दास और पूर्व राज्यसभा सांसद तरुण विजय ने पीड़िता नाबालिग और उनके परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान दोनों ने अस्पताल की व्यवस्थाओं पर भी नाराजगी जताते हुए घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. इस दौरान राजपुर विधायक खजान दास ने कहा कि इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए.
दुष्कर्म पीड़िता से मिलने दून मेडिकल कॉलेज पहुंचे राजपुर विधायक खजान दास ने कहा कि ये घटना चौंकाने वाली है. उन्होंने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी को फांसी की सजा दी जानी चाहिए. बच्ची के परिजनों से मुलाकात करते हुए खजानदास ने कहा कि अगर बच्ची के इलाज में किसी भी डॉक्टर या अधिकारी के द्वारा लापरवाही बरती गई तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पढ़ें-यूं ही कामयाबी के शिखर पर नहीं पहुंचे निशंक, बेटियों ने निभाई बड़ी भागीदारी
इस दौरान खजान दास ने कहा कि पुलिस को आखिर क्या जल्दी थी कि 164 के बयान के लिए बच्ची को वहां ले जाना पड़ा? उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि अगर बयान ही दर्ज कराने थे तो यहां भी बयान दर्ज हो सकते थे. खजानदास ने कहा कि पीड़ित बच्ची और अपराधी को के साथ बैठाने का काम किया गया. जो कि निंदनीय है. खजानदास ने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
पढ़ें-'निशंक' के केंद्रीय मंत्री बनने पर संत समाज में खुशी की लहर, कहा- अब होगा देवभूमि का विकास
वहीं पीड़िता का हाल जानने पहुंचे पूर्व राज्यसभा सांसद तरुण विजय ने भी इस घटना की घोर निंदा की. पूर्व राज्यसभा सांसद ने कहा कि पीड़िता की मां 8 घंटे तक अपने कंधे पर उसे उठाकर लेकर आई, लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की. इससे बुरी बात और क्या हो सकती है. उन्होंने कहा कि जो लोग पीड़ित परिवार को मामला रफा दफा करने की बात कर रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
पढ़ें-गजबः जीरो टॉलरेंस की सरकार और धांधली, भूख हड़ताल पर बैठे बीजेपी कार्यकर्ता
साथ ही तरुण विजय ने अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि बच्ची को एक कमरा तक उपलब्ध नहीं कराया गया. जिसके कारण उसे ओपन वार्ड में ही भर्ती कराना पड़ा. उन्होंने कहा कि वे इस मामले को लेकर पीएम और गृहमंत्री से मुलाकात करेंगे और कोशिश करेंगे कि इस मामले को संसद में भी उठाया जाए.
पढ़ें-निशंक को मिला मानव संसाधन मंत्रालय, बदहाल शिक्षा व्यवस्था में बढ़ी सुधार की उम्मीदें
गौर हो कि पीड़िता से मिलने पहुंचे पूर्व सांसद तरुण विजय यह देखकर और भी ज्यादा हैरान रह गए कि एक मासूम बच्ची जो कि दुष्कर्म की शिकार है उसे एक जनरल वार्ड में रखा गया है. तरुण विजय ने दूरभाष पर सचिव नितेश झा से बातचीत कर दुष्कर्म पीड़िता को वार्ड में शिफ्ट करवाने का अनुरोध किया.