देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत ने बजट सत्र के पहले गन्ना किसानों के बकाया भुगतान व अन्य मांगों को लेकर एक दिन का सांकेतिक उपवास कार्यक्रम रखा था, लेकिन राज्यपाल के अभिभाषण के चलते उनका कार्यक्रम स्थगित हो सकता है. वहीं हरीश रावत बजट सत्र के आखिरी दिन सांकेतिक उपवास कार्यक्रम कर सकते हैं.
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर चुके थे. विरोधस्वरूप हरीश रावत बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा के बाहर एक दिवसीय सांकेतिक धरना व उपवास करने वाले थे. मगर अब हरीश रावत ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने अपना धरना स्थगित कर दिया है.
हरीश रावत ने कहा है कि पहली बार महिला राज्यपाल बजट सत्र को संबोधित करेंगी. जिसके कारण उन्होंने अपना धरना स्थगित कर दिया है. हरीश रावत ने कहा कि धरने के विषय मे उन्हें सोचना होगा कि आगे क्या करना है. हालांकि उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं को लेकर उनका धरना जरूर होगा. फिलहाल हरीश रावत 11 तारीख को लखनऊ में होने वाली प्रियंका गांधी की प्रस्तावित रैली में भाग लेने के लिए रवाना हो गए हैं.