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बदमाशों पर होगी 'ऊपरवाले' की नजर तो कूड़ा गाड़ियों की लोकेशन पलभर में होगी ट्रेस

दून नगर निगम ने शहर की सफाई व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर एक विशेष पहल शुरू की है. निगम स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरे तथा कूड़े की गाड़ियों पर जीपीएस लगाने जा रहा है.सभी तरह से जनता को इससे लाभ मिलेगा.

दून नगर निगम
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Published : Jun 17, 2019, 9:05 PM IST

देहरादून: वार्डो में कूड़ा उठाने की गाड़ियों पर अब नगर निगम की नजर रहेगी तो स्ट्रीट लाइटों से 'ऊपरवाले' बदमाशों पर नजर रखेगा. नगर निगम की कूड़ा उठाने की गाड़ियों में जीपीएस लगाये गए हैं. जिसका कन्ट्रोल नगर निगम में बने कन्ट्रोल रूम से होगा. साथ ही इसकी शुरुआत नगर निगम में मंगलवार से होने जा रही है.

दून नगर निगम ने शहर की सुरक्षा और सफाई को लेकर नया कदम उठाया है.

इसके अलावा नगर निगम शहर की साफ सफाई के साथ ही अब नगर निगम क्षेत्र में किसी भी तरह का बवाल और चोरी की घटना पर भी निगरानी करने जा रहा है. जी हां अब नगर निगम स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरे लगाने की भी योजना बना रहा है.

नगर निगम दस स्थानों पर ऐसी स्ट्रीट लाइट लगा रहा है जो वीडियो रिकॉर्डिंग भी करेगी. अगर स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरे का प्रयोग सफल रहा था तो शहर के अन्य क्षेत्रों में भी लगाएंगे जाएंगे.

मेयर का मानना है कि स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरे लगाने से जनता को फायदा मिलेगा. शहर के क्षेत्रों में कहीं भी किसी भी प्रकार का बवाल, हादसा या फिर चोरी नगर निगम के कैमरे में रिकॉर्ड होगी.

दूसरी ओर चेन्नई एमएसडब्ल्यू कंपनी ने कूड़ा उठाने में लगे जीपीएस युक्त वाहनों को नगर निगम में बने कन्ट्रोल रूम से जोड़ दिया है और मंगलवार से सभी कूड़ा उठाने की गाड़ियों पर नजर रखी जा सकेगी. साथ ही जिन जगहों पर कूड़ादान भर जाएगा वहां वाहनों को भेजकर उसे उठाया जाएगा.

यह भी पढ़ेंः 24 जून से उत्तराखंड विधानसभा का विशेष सत्र, त्रिवेंद्र कैबिनेट का भी जल्द होगा विस्तार

वार्ड में घूमने वाली डोर टू डोर कूड़ा उठाने की गाड़ी के कर्मचारी अब अपने अधिकारियों के सामने या फिर फोन पर किसी भी तरह का बहाना नहीं कर पाएंगे. अक्सर यह गाड़िया वार्ड में नहीं जाती थीं जिससे वार्डों के लोग नगर निगम में शिकायत करते हैं, लेकिन अब ऐसा नही होने वाला है क्योंकि अब इन डोर टू डोर कूड़ा उठाने के वाहनो में एमएसडब्ल्यू कंपनी ने सभी गाड़ियों में जीपीएस लगा दिए हैं.

इसका कन्ट्रोल रूम नगर निगम में बनाया है जहां इन गाड़ियों को ट्रैक कर पता चल जाएगा कि गाड़ी कहां है और गाड़ी का कर्मचारी अब झूठ नहीं बोल पायेगा. फरवरी से चेन्नई एमएसडब्ल्यू कंपनी ने डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था अपने हाथ ले ली थी. इसी कड़ी में अब कंपनी ने अपने वाहनों को कन्ट्रोल रूम से जोड़ दिया है और अगर कोई चालक जीपीएस से छेड़छाड़ करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

देहरादून मेयर ने बताया कि जीपीएस लगाने से गाड़ी और कर्मचारी कन्ट्रोल में रहेंगे. जिस काम के लिए वार्ड में गाड़ी भेजी है वह काम कर रही है या फिर नहीं कर रही है तो इससे निगरानी भी होगी और जनता को भी लाभ मिलेगा. मंगलार से नगर निगम में कन्ट्रोल रूम की शुरुआत होने जा रही है.

यह भी पढ़ेंः World Cup 2019: भारत के जीतते ही क्रिकेट प्रेमियों ने की आतिशबाजी

जो नई गाड़ियां आईं हैं उन सभी में जीपीएस लगाये गए हैं और जो गाड़ियां वार्ड से इधर-उधर घूमती हैं उन सभी गाड़ियों पर कन्ट्रोल रूम के जरिये निगरानी रखी जा सकेगी. कर्मचारियों से काम भी आसानी से लिया जा सकेगा.

दूसरी ओर नगर निगम ने ग्रीन स्टार कंपनी को स्ट्रीट लाइट विद कैमरों को लगाने की जिम्मेदारी दी है. इन कैमरों के जरिये 10 दिन की रिकॉर्डिंग देखी जा सकेगी. साथ ही इनके द्वारा संबंधित क्षेत्र में किसी बवाल, हादसा और चोरी होने की स्थिति में 30 मीटर तक की साफ तस्वीर और वीडियो रिकॉर्डिंग देखी जा सकेगी.

यह भी पढ़ेंः 2019 के पहले ट्रैकिंग दल ने सतोपंथ झील पर फहराया तिरंगा, यहीं से स्वर्ग गए थे पांडव​​​​​​​

इन लाइटों में एचडी कैमरे के साथ सेंसर लगे हुए हैं जो सूरज की रोशनी पड़ते ही बंद होंगे और सूर्यास्त के बाद खुद सुचारू हो जाएंगे. हालांकि फिलहाल एक स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरा सिर्फ नगर निगम में लगा हुआ है. इनकी यह कवायद कितनी सफल होती है यह तो आने वाले दिनों में ही पता लग पायेगा.

देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने जानकारी देते हुए बताया कि अब कैमरों की काफी आवश्यकता है क्योंकि चोरी, हादसे के मामले होते रहते हैं. इसलिए अब नगर निगम भी कैमरे लगाने जा रहा है.

जिससे जनता को लाभ मिलेगा. हाल में अभी 10 जगह जोनल कार्यालय, मुख्य डंपिंग जोन में लागये जाएंगे और अगर प्रयोग सफल हुआ तो सभी स्ट्रीट लाइट में कैमरे लगाए जाएंगे.

देहरादून: वार्डो में कूड़ा उठाने की गाड़ियों पर अब नगर निगम की नजर रहेगी तो स्ट्रीट लाइटों से 'ऊपरवाले' बदमाशों पर नजर रखेगा. नगर निगम की कूड़ा उठाने की गाड़ियों में जीपीएस लगाये गए हैं. जिसका कन्ट्रोल नगर निगम में बने कन्ट्रोल रूम से होगा. साथ ही इसकी शुरुआत नगर निगम में मंगलवार से होने जा रही है.

दून नगर निगम ने शहर की सुरक्षा और सफाई को लेकर नया कदम उठाया है.

इसके अलावा नगर निगम शहर की साफ सफाई के साथ ही अब नगर निगम क्षेत्र में किसी भी तरह का बवाल और चोरी की घटना पर भी निगरानी करने जा रहा है. जी हां अब नगर निगम स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरे लगाने की भी योजना बना रहा है.

नगर निगम दस स्थानों पर ऐसी स्ट्रीट लाइट लगा रहा है जो वीडियो रिकॉर्डिंग भी करेगी. अगर स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरे का प्रयोग सफल रहा था तो शहर के अन्य क्षेत्रों में भी लगाएंगे जाएंगे.

मेयर का मानना है कि स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरे लगाने से जनता को फायदा मिलेगा. शहर के क्षेत्रों में कहीं भी किसी भी प्रकार का बवाल, हादसा या फिर चोरी नगर निगम के कैमरे में रिकॉर्ड होगी.

दूसरी ओर चेन्नई एमएसडब्ल्यू कंपनी ने कूड़ा उठाने में लगे जीपीएस युक्त वाहनों को नगर निगम में बने कन्ट्रोल रूम से जोड़ दिया है और मंगलवार से सभी कूड़ा उठाने की गाड़ियों पर नजर रखी जा सकेगी. साथ ही जिन जगहों पर कूड़ादान भर जाएगा वहां वाहनों को भेजकर उसे उठाया जाएगा.

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वार्ड में घूमने वाली डोर टू डोर कूड़ा उठाने की गाड़ी के कर्मचारी अब अपने अधिकारियों के सामने या फिर फोन पर किसी भी तरह का बहाना नहीं कर पाएंगे. अक्सर यह गाड़िया वार्ड में नहीं जाती थीं जिससे वार्डों के लोग नगर निगम में शिकायत करते हैं, लेकिन अब ऐसा नही होने वाला है क्योंकि अब इन डोर टू डोर कूड़ा उठाने के वाहनो में एमएसडब्ल्यू कंपनी ने सभी गाड़ियों में जीपीएस लगा दिए हैं.

इसका कन्ट्रोल रूम नगर निगम में बनाया है जहां इन गाड़ियों को ट्रैक कर पता चल जाएगा कि गाड़ी कहां है और गाड़ी का कर्मचारी अब झूठ नहीं बोल पायेगा. फरवरी से चेन्नई एमएसडब्ल्यू कंपनी ने डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था अपने हाथ ले ली थी. इसी कड़ी में अब कंपनी ने अपने वाहनों को कन्ट्रोल रूम से जोड़ दिया है और अगर कोई चालक जीपीएस से छेड़छाड़ करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

देहरादून मेयर ने बताया कि जीपीएस लगाने से गाड़ी और कर्मचारी कन्ट्रोल में रहेंगे. जिस काम के लिए वार्ड में गाड़ी भेजी है वह काम कर रही है या फिर नहीं कर रही है तो इससे निगरानी भी होगी और जनता को भी लाभ मिलेगा. मंगलार से नगर निगम में कन्ट्रोल रूम की शुरुआत होने जा रही है.

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जो नई गाड़ियां आईं हैं उन सभी में जीपीएस लगाये गए हैं और जो गाड़ियां वार्ड से इधर-उधर घूमती हैं उन सभी गाड़ियों पर कन्ट्रोल रूम के जरिये निगरानी रखी जा सकेगी. कर्मचारियों से काम भी आसानी से लिया जा सकेगा.

दूसरी ओर नगर निगम ने ग्रीन स्टार कंपनी को स्ट्रीट लाइट विद कैमरों को लगाने की जिम्मेदारी दी है. इन कैमरों के जरिये 10 दिन की रिकॉर्डिंग देखी जा सकेगी. साथ ही इनके द्वारा संबंधित क्षेत्र में किसी बवाल, हादसा और चोरी होने की स्थिति में 30 मीटर तक की साफ तस्वीर और वीडियो रिकॉर्डिंग देखी जा सकेगी.

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इन लाइटों में एचडी कैमरे के साथ सेंसर लगे हुए हैं जो सूरज की रोशनी पड़ते ही बंद होंगे और सूर्यास्त के बाद खुद सुचारू हो जाएंगे. हालांकि फिलहाल एक स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरा सिर्फ नगर निगम में लगा हुआ है. इनकी यह कवायद कितनी सफल होती है यह तो आने वाले दिनों में ही पता लग पायेगा.

देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने जानकारी देते हुए बताया कि अब कैमरों की काफी आवश्यकता है क्योंकि चोरी, हादसे के मामले होते रहते हैं. इसलिए अब नगर निगम भी कैमरे लगाने जा रहा है.

जिससे जनता को लाभ मिलेगा. हाल में अभी 10 जगह जोनल कार्यालय, मुख्य डंपिंग जोन में लागये जाएंगे और अगर प्रयोग सफल हुआ तो सभी स्ट्रीट लाइट में कैमरे लगाए जाएंगे.

Intro:वार्डो में कूड़ा उठान की गाड़ियों पर अब नगर निगम के कन्ट्रोल में नज़र रखी जा सकेगी।नगर निगम की कूड़ा उठान की गाड़ियों में अब जीपीएस लागये गए है।जिसका कन्ट्रोल नगर निगम में बने कन्ट्रोल रूम से होगा साथ ही इसकी शुरुआत नगर निगम में कल से होने जा रही है।चेन्नई एमएसडब्ल्यू कंपनी ने कूड़ा उठान में लगे जीपीएस युक्त वाहनो को नगर निगम में बने कन्ट्रोल रूम से जोड़ दिया है।और कल से सभी कूड़ा उठान की गाड़ियों पर नज़र रखी जा सकेगी।साथ ही जिन जगहों पर कूड़ेदान भर जाएगा वहा वाहनो को भेजकर उसे उठाया जाएगा।


Body:वार्ड में घूमने वाली डोर टू डोर कूड़ा उठान गाड़ी के कर्मचारी अब अपने अधिकारियों के सामने या फिर फोन पर किसी भी तरह का बहाना नही मार पाएंगे।क्योंकि अक्सर यह गाड़िया वार्ड में नही जाती थी जिससे वार्डो के लोग नगर निगम में शिकायत लेकर आते रहते है।लेकिन अब ऐसा नही होने वाला है क्योंकि अब इन डोर टू डोर कूड़ा उठान वाहनो में एमएसडब्ल्यू कंपनी ने सभी गाड़ियों में जीपीएस लगा दिए है।और इसका कन्ट्रोल रूम नगर निगम में बनाया है जहाँ इन गाड़ियों को ट्रैक कर पता चल जाएगा कि गाड़ी कहा है और गाड़ी का कर्मचारी अब झूठ नही बोल पायेगा।फरवरी से चेन्नई एमएसडब्ल्यू कंपनी ने डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था अपने हाथ ले ली थी।इसी कड़ी में अब कंपनी ने अपने वाहनों को कन्ट्रोल रूम से जोड़ दिया है।और अगर कोई चालक जीपीएस से छेड़छाड़ करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

हालांकि नगर निगम ने पहले भी डोर टू डोर गाड़ियों में जीपीएस लागये गए थे लेकिन यह कुछ ही दिनों चल पाया था और गाड़ियों की निगरानी बन्द हो गई थी।ओर इस बार फिर दोबारा से नगर निगम डोर टू डोर गाड़ियों में जीपीएस लगा कर इन पर निगरानी करने की तैयारी कर रही है।


Conclusion:देहरादून मेयर ने बताया कि जीपीएस लगाने से गाड़ी ओर कर्मचारी कन्ट्रोल में रहेगी।जिस काम के लिए वार्ड में गाड़ी भेजी है वह काम कर रही है या फिर नही कर रही है।तो इससे मोनिटरिंग भी होगी और जनता को भी लाभ मिलेगा।कल से नगर निगम में कन्ट्रोल रूम की शुरुआत करने जा रहे है।जो नई गाड़िया आई है उन सब मे जीपीएस लागये गए है।और जो गाड़िया वार्ड से इधर उधर घूमती है उन सभी गाड़ियों पर कन्ट्रोल रूम के जरिये निगरानी रखी जा सकेंगी।ओर कर्मचारियों से काम भी आसानी से लिया जा सकेगा।

बाइट-सुनील उनियाल गामा(मेयर)

विसुल मेल किये है।मेल से उठाने की कृपा करें।
धन्यवाद।
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