देहरादूनः लंबे इंतजार के बाद आखिरकार आईएसबीटी पर वाई शेप फ्लाईओवर का लोकार्पण कर दिया गया. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसका लोकार्पण किया. सीएम रावत ने फ्लाईओवर को जहां यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए जाम से राहत देने वाला बताया, वहीं फ्लाईओवर पर दुर्घटनाओं की संभावना को देखते हुए अधिकारियों को निर्देशित भी किया.
देहरादून आईएसबीटी पर शहर से बाहर जाने वाले लोगों को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को वाई शेप फ्लाईओवर के रूप में एक बड़ी सौगात दी. फ्लाईओवर का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसे आईएसबीटी पर लगने वाले जाम के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण बताया.
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आपको बता दें कि यह फ्लाईओवर 387 मीटर लंबा है. जिसे करीब 33 करोड़ की लागत से बनाया गया है. फ्लाईओवर में पहुंच मार्ग की लंबाई 210 मीटर है. खास बात यह है कि यह फ्लाईओवर आचार संहिता लगने से पहले ही बनकर तैयार हो गया था, लेकिन इसका लोकार्पण नहीं हो पाया था. ऐसे में अब करीब 2 महीने बाद फ्लाईओवर का लोकार्पण कर दिया गया है.
दुर्घटनाओं की भी है संभावना
आईएसबीटी पर बने फ्लाईओवर में वाई शेप फ्लाईओवर जुड़ने के बाद दुर्घटना बढ़ने की संभावनाएं जताई जा रही है. जिस लिहाज से डिजाइन तैयार की गई है उससे फ्लाईओवर पर दुर्घटनाएं बढ़ सकती हैं.
खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी लोकार्पण के मौके पर दुर्घटनाओं की संभावनाएं होने की बात कहते हुए अधिकारियों को इसके मद्देनजर कदम उठाए जाने के निर्देश दिए. हालांकि इस दौरान मुख्यमंत्री रावत ने अधिकारियों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि इस फ्लाईओवर का निर्माण तय समय में किया है और इसके लिए अधिकारी बधाई के पात्र हैं.
आपको बता दें कि आईएसबीटी पर अक्सर लंबा जाम लगता था, जिसके चलते शहर से बाहर जाने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब फ्लाईओवर के साथ वाई शेप फ्लाईओवर जुड़ने के बाद इस दिक्कत से यात्रियों को निजात मिल सकेगी और रिस्पना पुल हरिद्वार या गढ़वाल से आने वाले यात्रियों को सीधे शहर से बाहर जाने के लिए फ्लाईओवर एक आसान जरिया होगा.