देहरादूनः अपने आप को सबसे अनुशासनात्मक संगठन बताने वाली पार्टी भाजपा उत्तराखंड में कुछ ठीक नहीं चल रहा है. उत्तराखंड में पहले से ही 2 भाजपा विधायकों के विवाद पर पार्टी की काफी किरकिरी हो चुकी है तो अब ऋषिकेश में दो भाजपा विधायकों के बीच हुए विवाद ने बीजेपी के सामने एक और समस्या खड़ी कर दी है. जिसमें जांच की बात तो कही जा रही है, लेकिन इस जांच को लेकर सवाल पहले से ही खड़े होने लगे हैं, क्या है पूरा मामला आपको बताते हैं.
लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तराखंड के दो भाजपा विधायकों खानपुर से कुंवर प्रणव चैंपियन और झबरेड़ा से देशराज कर्णवाल के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत द्वारा बीच-बचाव करने के बाद भी विवाद खत्म नहीं हुआ, जिसके बाद प्रदेश संगठन ने जांच समिति गठित की. लेकिन जांच पर आज भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है और चैंपियन जैसे विधायक आज भी बेलगाम विवादों में बने हुए हैं.
तो वही अब दूसरा विवाद भाजपा के ऋषिकेश विधायक और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की दर्जा धारी भाजपा नेता भगतराम कोठारी के बीच हुई तू-तू-मैं-मैं ने पार्टी को नीचा दिखाया है. सोशल मीडिया पर वायरल हुई भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं की इस तू-तू-मैं-मैं ने खूब सुर्खियां बटोरीं थीं
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और आलोचकों को खूब मौका दिया था. जिसको देखते हुए यह तय माना जा रहा है कि इस मामले पर भी संगठन को कार्रवाई करनी पड़ेगी लेकिन सवाल यह खड़ा होता है कि संगठन ने अभी पहले वाले मामले में कोई निर्णय नहीं लिया तो इस मामले में निर्णय ले भी पाएगी या नहीं..?
इस पूरे मामले पर Etv भारत की टीम ने भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता से सवाल किया कि अपने आप को अनुशासनात्मक बताने वाली भाजपा इतनी उदासीन क्यों हो गयी है, एक के बाद एक अनुशासन तोड़ने के मामले हो रहे हैं, लेकिन पार्टी की इस पर क्या स्टैंड है तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि पार्टी की सब पर निगाहें हैं और जल्द ही सभी मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी.