ETV Bharat / state

सदन में सरकार, बाहर विपक्ष और पास हो गए दो विधेयक, 11 घंटे 16 मिनट चली सदन - उत्तराखंड न्यूज

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा सदस्यों का धन्यवाद करते हुए बताया कि 24 जून से प्रारंभ हुआ तीन दिवसीय विशेष सत्र कुल 11 घंटे 16 मिनट चला. इस दौरान सदन के भीतर नियम 300 के अन्तर्गत 38 सूचनाएं प्राप्त हुई. जिसमें से 7 स्वीकृत एवं 21 सूचनाएं ध्यानाकर्षण के लिए रखी गयी.

सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगि
author img

By

Published : Jun 26, 2019, 6:47 PM IST

Updated : Jun 26, 2019, 7:14 PM IST

देहरादून: तीन दिनों तक चले विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. विधानसभा के विशेष सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही काफी हंगामेदार रही. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने दो प्रस्ताव रखे. विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन सदन में प्रकाश पंत के आकस्मिक निधन पर शोक प्रस्ताव पढ़ा गया. दूसरे दिन कांग्रेस विधायकों ने बुग्यालों में ट्रैकिंग के मामले को लेकर जमकर हंगामा किया. साथ ही विपक्ष ने प्रदेश में चरमराई कानून व्यवस्था पर कई तरह के सवाल खड़े किये. जिसके बाद सत्ता पक्ष के जवाबों से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने वॉक आउट भी किया.

सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगि

इसके बाद स्टिंग और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर विपक्ष नियम 310 में चर्चा करने की मांग पर अड़ा. जिस पर हंगामा करते हुए विपक्षी दल के विधायक बेल में आ गए. विपक्षी दलों के बेल में आने के बाद संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि ये मामला न्यायालय में विचाराधीन है जिसके कारण सदन में इस मामले पर चर्चा नहीं की जा सकती है. जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन की कार्यवाही को 30 मिनट के लिए स्थगित कर दिया.

12:20 बजे एक बार फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष फिर से भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर नियम 310 के तहत चर्चा की मांग करने लगा और फिर से विपक्षी दल के विधायक बेल में आकर धरने पर बैठ गए. इस दौरान विपक्ष ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. शून्य काल के दौरान जहां एक और विपक्ष बेल में धरने पर बैठा रहा तो वहीं दूसरी ओर पीठ ने सदन की कार्यवाही को चालू रखते हुए उत्तराखंड पंचायती राज संशोधन विधेयक 2019 को सर्वसम्मति से पारित कर दिया. जिसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा सदस्यों का धन्यवाद करते हुए बताया कि 24 जून से प्रारंभ हुआ तीन दिवसीय विशेष सत्र कुल 11 घंटे 16 मिनट चला. इस दौरान सदन के भीतर नियम 300 के अन्तर्गत 38 सूचनाएं प्राप्त हुई. जिसमें से 7 स्वीकृत एवं 21 सूचनाएं ध्यानाकर्षण के लिए रखी गयी. अग्रवाल ने बताया कि नियम 53 के अन्तर्गत 25 सूचनाएं प्राप्त हुई. जिसमें से 2 स्वीकृत एवं 13 ध्यानाकर्षण के लिए रखी गयी है. साथ ही नियम 58 के अन्तर्गत 9 सूचनाएं प्राप्त हुई थी जिसमें से सारी सूचनाएं स्वीकृत की गयी है.

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि सदन में नियम 105 के अन्तर्गत 2 प्रस्ताव और 19 याचिकाओं में से सभी याचिकाएं सदन पटल पर रखी गयी. इस सत्र के दौरान उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2018 और उत्तराखंड पंचायती राज संशोधन विधेयक 2019 पारित किया गया.

देहरादून: तीन दिनों तक चले विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. विधानसभा के विशेष सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही काफी हंगामेदार रही. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने दो प्रस्ताव रखे. विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन सदन में प्रकाश पंत के आकस्मिक निधन पर शोक प्रस्ताव पढ़ा गया. दूसरे दिन कांग्रेस विधायकों ने बुग्यालों में ट्रैकिंग के मामले को लेकर जमकर हंगामा किया. साथ ही विपक्ष ने प्रदेश में चरमराई कानून व्यवस्था पर कई तरह के सवाल खड़े किये. जिसके बाद सत्ता पक्ष के जवाबों से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने वॉक आउट भी किया.

सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगि

इसके बाद स्टिंग और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर विपक्ष नियम 310 में चर्चा करने की मांग पर अड़ा. जिस पर हंगामा करते हुए विपक्षी दल के विधायक बेल में आ गए. विपक्षी दलों के बेल में आने के बाद संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि ये मामला न्यायालय में विचाराधीन है जिसके कारण सदन में इस मामले पर चर्चा नहीं की जा सकती है. जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन की कार्यवाही को 30 मिनट के लिए स्थगित कर दिया.

12:20 बजे एक बार फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष फिर से भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर नियम 310 के तहत चर्चा की मांग करने लगा और फिर से विपक्षी दल के विधायक बेल में आकर धरने पर बैठ गए. इस दौरान विपक्ष ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. शून्य काल के दौरान जहां एक और विपक्ष बेल में धरने पर बैठा रहा तो वहीं दूसरी ओर पीठ ने सदन की कार्यवाही को चालू रखते हुए उत्तराखंड पंचायती राज संशोधन विधेयक 2019 को सर्वसम्मति से पारित कर दिया. जिसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा सदस्यों का धन्यवाद करते हुए बताया कि 24 जून से प्रारंभ हुआ तीन दिवसीय विशेष सत्र कुल 11 घंटे 16 मिनट चला. इस दौरान सदन के भीतर नियम 300 के अन्तर्गत 38 सूचनाएं प्राप्त हुई. जिसमें से 7 स्वीकृत एवं 21 सूचनाएं ध्यानाकर्षण के लिए रखी गयी. अग्रवाल ने बताया कि नियम 53 के अन्तर्गत 25 सूचनाएं प्राप्त हुई. जिसमें से 2 स्वीकृत एवं 13 ध्यानाकर्षण के लिए रखी गयी है. साथ ही नियम 58 के अन्तर्गत 9 सूचनाएं प्राप्त हुई थी जिसमें से सारी सूचनाएं स्वीकृत की गयी है.

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि सदन में नियम 105 के अन्तर्गत 2 प्रस्ताव और 19 याचिकाओं में से सभी याचिकाएं सदन पटल पर रखी गयी. इस सत्र के दौरान उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2018 और उत्तराखंड पंचायती राज संशोधन विधेयक 2019 पारित किया गया.

Intro:तीन दिनों तक चली विधानसभा विशेष सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। हालांकि विशेष सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही काफी हंगामेदार रही, सदन की कार्यवाही शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने दो प्रस्ताव रखे जिसके बाद सदन के भीतर 2 मिनट का मौन रखा गया। हालांकि विशेष सत्र के पहले दिन सदन के भीतर प्रकाश पंत के शोक प्रस्ताव पढ़े गए और दूसरे दिन सदन की कार्यवाही भी काफी हंगामे दार रही, कांग्रेस के विधायक ट्रैकिंग पोशाक पहनकर सदन के भीतर पहुच गए। विपक्ष ने प्रदेश में चरमराई कानून व्यवस्था को लेकर हंगामा खड़ाकर दिया और सत्ता पक्ष के जवाब से संतुष्ट न होकर विपक्ष ने वॉक आउट कर दिया। और उसके बाद कार्यवाही के दौरान एक विधेयक पारित किया गया था।


Body:इसके बाद स्टिंग और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर विपक्ष नियम 310 में चर्चा करने की मांग पर अड़ गई, और विपक्षी दल बेल में आ गए, विपक्षी दलों के बेल में आने के बाद संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने सदन के भीतर कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है जिस वजह से सदन के भीतर इस मामले में चर्चा नहीं किया जा सकता है। जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन की कार्यवाही को 30 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।


सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित होने के बाद 12:20 बजे फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई और सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष फिर से भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर नियम 310 के तहत चर्चा की मांग करने लगा। और फिर विपक्षी दल बेल में आकर धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। शून्य काल के दौरान जहां एक और विपक्ष बेल में धरने पर बैठा था तो वहीं दूसरी ओर पीठ ने सदन की कार्यवाही को चालू रखते हुए उत्तराखंड पंचायती राज "संशोधन" विधेयक 2019 को सर्वसम्मति से पारित कर दिया। और सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।


विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा सदस्यों का धन्यवाद करते हुए बताया कि 24 जून से प्रारंभ हुआ तीन दिवसीय विशेष सत्र कुल 11 घण्टे 16 मिनट तक चली है। सदन के भीतर नियम 300 के अन्तर्गत 38 सूचनाऐं प्राप्त हुई थी, जिसमें से 07 स्वीकृत एवं 21 सूचनाऐं ध्यानाकर्षण के लिए रखी गयी। नियम 53 के अन्तर्गत 25 सूचनाएं प्राप्त हुई थी जिसमे से 02 स्वीकृत एवं 13 ध्यानाकर्षण के लिए रखी गयी। नियम 58 के अन्तर्गत 9 सूचनाएं प्राप्त हुई थी जिसमें से सारी सूचनाएं स्वीकृत की गयी। नियम 310 के अंतर्गत एक सूचना प्राप्त हुई थी जिसे नियम 58 में परिवर्तित की गई।


विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि सदन में नियम 105 के अन्तर्गत 02 प्रस्ताव एवं 19 याचिकाओं में से सभी याचिकाएं सदन के पटल पर रखी गयी। और इस सत्र के दौरान उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय "संशोधन" विधेयक,2018 एवं उत्तराखंड पंचायती राज संशोधन विधेयक 2019 सदन के पटल से पारित हुए। सत्र में कुल 716 प्रश्न प्राप्त हुए जिसमें से 164 तारांकित प्रश्नों में 30 उत्तरित हुए, 503 अतारांकित प्रश्नों में 156 उत्तरित हुए, लेकिन अल्पसूचित प्रश्न कोई भी प्राप्त नहीं हुए है।

बाइट -  प्रेमचन्द अग्रवाल, विधानसभा अध्यक्ष



Conclusion:
Last Updated : Jun 26, 2019, 7:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.