देहरादून: कुछ दिनों पहले आईटीबीपी ने नंदा देवी की चोटी फतह करने गए पर्वतारोहियों के शव रेस्क्यू कर लिए थे. आईटीबीपी ने नंदा देवी की चोटी पर लापता पर्वतारोहियों को ढूंढने के लिए 13 से 23 जून तक अभियान चलाया था. जिसमें सात पर्वतारोहियों के शव बरामद हुए थे. वहीं अब आईटीबीपी ने पर्वतारोहियों के एक्शन कैमरा से कैद हुआ 1.55 मिनट का एक वीडियो रिलीज किया है. इस वीडियो में एक समय के बाद अचानक ही दिल दहला देने आवाजें सुनाई दें रही हैं.
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने बताया कि उनकी टीम को रेस्क्यू के दौरान बर्फ में पर्वतारोहियों का एक्शन कैमरा मिला. जिसमें पर्वतारोहियों के अंतिम समय का वीडियो कैद है. उन्होंने बताया है कि इस कैमरे से पर्वतारोहियों की मौत का राज उजागर हो सकता है.
पांडे के मुताबिक कैमरे में कैद वीडियों में पर्वतारोहियों का दल नंदा देवी की चोटी पर चढ़ता नजर आ रहा है. इसमें सभी पर्वतारोही चोटी की ओर बढ़ रहे हैं, वहीं अंतिम पर्वतारोही के कैमरे में सारी घटना कैद होती रहती है. इसी बीच अचानक एक तेज आवाज आती है और कैमरा ब्लैंक होकर बंद हो जाता है.
आईटीबीपी के मुताबिक पर्वतारोही एक खतरनाक चोटी को पार कर रहे थे. हो सकता है कि उनके वजन के कारण बर्फ दब गई हो और सारे पर्वतारोही खाई में जा गिरे हों. आईटीबीपी के मुताबिक जो कैमरा मिला है उसकी गहन जांच से हादसे के कारणों को पता चल सकता है.
क्या होता है एक्शन कैमरा?
एक्शन कैमरा को स्पोर्ट्स, लाइव इवेंट और एडवेंचर जैसी जगहों पर प्रयोग किया जाता है. ये कैमरे रियल टाइम में शानदार परफार्मेंस देते हैं, जिनकी उम्मीद स्मार्टफोन और डीएसएलआर से नहीं की जा सकती. साथ ही ये कैमरा वाटर प्रूफ होता है, जिसके कारण कई दिनों तक बर्फ में दफन होने के बाद भी इससे आसानी से वीडियो निकाले जा सकते हैं.