बागेश्वरः जिले में जंगली सुअरों का आतंक देखने को मिला रहा. सुअर ग्रामीणों की फसलों को रौंद रहे हैं. इतना ही नहीं सुअर दिनदहाड़े गांव में भी घूम रहे हैं. जिससे ग्रामीण काफी खौफजदा हैं. उन्हें इन सुअरों से हमले का डर सता रहा है.
बागेश्वर जिला मुख्यालय से दस किमी दूर बसा जौलकांडे सब्जी उत्पादन के लिए प्रमुख स्थान माना जाता है. यहां कई प्रकार सब्जियां उगाई जाती है. इन सब्जियों को बेचकर ग्रामीणों की आजीविका चलती है, लेकिन हर साल जंगली सुअर काश्तकारों की फसल को नुकसान पहुंचा देते हैं. इस बार भी जंगली सुअरों का आतंक देखने को मिल रहा है. इनदिनों सुअर ग्रामीणों की फसलों को नुकसान (Wild boars damaging crops) पहुंचा रहे हैं. जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि बीती रात भी सुअरों के झुंड ने गडेरी, अदरक और मक्के की फसल रौंदा. गांव में सुअरों के झुंड आने से किसान दहशत में हैं.
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ग्रामीणों को अब इन सुअरों से जानमाल का खतरा भी सताने लगा है. पूर्व प्रधान दरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि सुअरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. पहले सुअर केवल रात में आते थे, लेकिन दिन में भी घूम रहे हैं. इससे बच्चों और महिलाओ में काफी डर बना हुआ है. कभी भी कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है. उन्होंने वन विभाग से सुअरों के आतंक से जल्द निजात दिलाने और काश्तकारों को नुकसान की भरपाई करने की मांग की है.